प्रखर लखनऊ/वाराणसी। 60 हजार करोड़ से अधिक के घोटालेबाज राशिद नसीम के प्रत्यर्पण की बात संयुक्त अरब अमीरात में लगभग स्वीकार कर ली है। बता दें कि शाइन सिटी के निदेशक राशि नसीम पर उत्तर प्रदेश व देश में कुल 5000 मुकदमे दर्ज हैं। जिसको लेकर सरकार केंद्र सरकार का विदेश मंत्रालय संयुक्त अरब अमीरात से लगातार संपर्क में था। इसी को लेकर संयुक्त अरब अमीरात ने शुक्रवार को भारत से राशिद नसीम के खिलाफ सारे सबूत मांगे हैं। जिसके बाद प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो जाएगा। बता दे कि प्रत्यर्पण के लिए 2022 में आर्थिक अपराध शाखा ने यूएई को पत्र लिखकर उसको सौंपने की मांग की थी। जिसके बाद लगातार विदेश मंत्रालय संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय से संपर्क में था। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद राशिद नसीम का प्रत्यर्पण लगभग तय माना जा रहा है। वही सूत्र बता रहे हैं कि दुबई संयुक्त अरब अमीरात सहित अन्य कई देशों में राशिद नसीम में हीरे और सोने का बहुत बड़ा व्यवसाय खड़ा कर रखा है। अब तक 125 करोड़ की संपत्ति राशिद नसीम की जप्त की जा चुकी है। राशिद नसीम के घोटाले से करीब 10 लाख लोग प्रभावित है। राशिद नसीम के खिलाफ सर्वाधिक 500 मुकदमे लखनऊ में दर्ज है। उसके बाद वाराणसी का नंबर है। कुल मिलाकर उसके ऊपर 5000 मुकदमे दर्ज हुए हैं। बताया जाता है कि रशीद के एक कर्मचारी ने ही उसके इस काले कारनामे का भंडा फोड़ा था । उसने एक संस्था बनाकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में उसके खिलाफ जनहित याचिका दायर की थी। जिसके बाद लगातार उसके ऊपर शिकंजा कसता गया। शिकंजा कसता देख वह भारत छोड़ फरार हो गया। सर्वाधिक 400 मुकदमे लखनऊ के गोमती नगर में ही दर्ज हैं।