व्यासजी तहखाने में ढाई लाख लोगों ने किया दर्शन, बाबा विश्वनाथ भी छूटे पीछे!

प्रखर वाराणसी। ज्ञानवापी परिसर में मौजूद व्यास जी तहखाने में करीब 31 साल बाद पूजा-अर्चना शुरू होने के बाद से भक्तों का तांता लगा हुआ है. काशी विश्वनाथ थाम से कहीं ज्यादा इसका आकर्षण देखने को मिल रहा है. दो दिनों में ही करीब ढाई लाख लोग तहखाने और उसमें स्थापित विग्रहों का झांकी दर्शन कर चुके हैं. श्रद्धालुओं की भीड़ निरंतर बढ़ती जा रही है. कुछ दिन पूर्व ही वाराणसी कोर्ट ने तहखाने में पूजा शुरू कराने का आदेश दिया था, जिसके बाद अगले ही दिन तड़के तीन बजे व्यास जी तहखाना खोला गया और साफ-सफाई के बाद पूजा शुरू हो गई. हालांकि इस आदेश के खिलाफ ज्ञानवापी मस्जिद कमेटी सुप्रीम कोर्ट पहुंची. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट जाने को कहा. इसके बाद जब मुस्लिम पक्ष हाईकोर्ट गया तो पूजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और मामले की अगली सुनवाई 6 तारीख तय की. व्यास तहखाने के 8 पिलर प्राचीन आदिव विश्वेश्वर मंदिर के अहम साक्ष्य हैं. यहां की छत काफी जर्जर हो चुकी है. लंबे समय से बंद रहने के चलते नमी बनी हुई है, जिसके चलते लगातार 8 हैलोजन लाइट जलाई जा रही हैं. तहखाने के गेट से मूर्तियों तक लाल रंग का मैट बिछाया गया है. व्यास तहखाने के अंदर अखंड ज्योति जल रही और श्रीराम चरित मानस का पाठ चल रहा है. व्यास तहखाने की पांच मूर्तियां लंबे समय तक मिट्टी व मलबे में दबी थीं, इसलिए उनकी छवि प्रभावित हुई है. तहखाने के प्रवेश द्वार से मूर्तियों के बीच करीब 25 फीट की दूरी है. ऐसे में द्वार से दर्शन करने आने वाले भक्तों को मूर्ति की आकृति स्पष्ट नहीं हो पा रही है.