अखिलेश व इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका आरएलडी जाएगी बीजेपी के साथ- सूत्र

प्रखर लखनऊ/एजेंसी। यूपी में मंगलवार को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और INDIA गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. सूत्रों और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी और INDIA गठबंधन का साथ छोड़ दिया. कहा जा रहा है कि उनकी बीजेपी के साथ बात लगभग तय है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरएलडी नेताओं द्वारा 7 सीटों की डिमांड बीजेपी के सामने रखी गई है. 4 से 5 सीटों के बीच बात लगभग तय हो गई है. अब केवल आरएलडी मुखिया की तरफ से घोषणा का इंतजार है. सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने 4 लोकसभा सीटें राष्ट्रीय लोकदल को ऑफर की हैं. इनमें कैराना, मथुरा, बागपत और अमरोहा के नाम शामिल हैं. वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव चाहते थे कि राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार मुजफ्फरनगर, बिजनौर और कैराना लोकसभा सीटों पर RLD के चुनाव चिन्ह पर लड़ें. इसके चलते राष्ट्रीय लोकदल और सपा गठबंधन में टूटने के कगार पर पहले ही पहुंच गया था. लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पटखनी देने के लिए 28 दल मिलकर एक मंच पर खड़े हुए नजर आए थे. इन दलों के नेताओं ने कांग्रेस के नेतृत्व में इंडी गठबंधन बनाया था. लोकसभा चुनाव की घोषणा भी नहीं हो पाई उससे पहले ही इंडी गठबंधन बिखरने लगा. इंडी गठबंधन का साथ सबसे पहले बिहार में नीतीश कुमार ने छोड़ा और बीजेपी का साथ पकड़ लिया. अब पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से भी इंडी गठबंधन के साथ ही समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगने की सूचना है. विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि आरएलडी ने यूपी में समाजवादी पार्टी से और इंडी गठबंधन से अपना गठबंधन तोड़ लिया है और लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी से नाता जोड़ लिया है. राष्ट्रीय लोक दल इंडी गठबंधन के उन 28 दलों में शामिल था जो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए तैयार था, लेकिन चुनाव की घोषणा भी नहीं हो पाई उससे पहले ही आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी ने पलटी मार दी. उत्तर प्रदेश में साल 2022 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ने वाले राष्ट्रीय लोक दल उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी से भी नाता तोड़ सकती है. अभी 19 जनवरी को ही सपा मुखिया अखिलेश यादव और आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी की मुलाकात हुई थी. इसके बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बताया था कि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल का लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन जारी है.