असम के सीएम का विवादित बयान! आम चुनाव केवल औपचारिकता, इसकी जरूर नही

नियम न होता तो नहीं थी चुनाव की जरूरत- सीएम हिमंत

प्रखर एजेंसी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले विवादित बयान दे दिया है। राजीतिज्ञो का कहना है कि इस तरह के संवैधानिक पद पर रहते हुए ऐसा बयान मुख्यमंत्री को देना शोभा नहीं देता है। वहीं विपक्ष पूरी तरह हमलावर है। उन्होंने कहा कि अगर हर 5 साल पर वोट डालने का नियम न होता तो आगामी लोकसभा चुनाव की कोई आवश्यकता नहीं थी। असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर ही सवाल उठा दिए हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने कहा कि यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से चुनने के लिए है। मुझे नहीं लगता कि इस चुनाव में और कोई मुद्दा है। सरमा ने आगे कहा कि यह महज एक औपचारिकता ही है कि हर 5 साल पर हमें मतदान करना पड़ता है। अन्यथा इस चुनाव की कोई जरूरत ही नहीं थी। यह लोकसभा चुनाव केवल औपचारिकताएं पूरी करने के लिए है। बता दें कि लोकसभा चुनाव की शुरुआत 19 अप्रैल से होगी। सात चरणों में होने वाले इस चुनाव का अंतिम चरण 1 जून को होगा।