6 बजे लगी आग, तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद बुझी
प्रखर जौनपुर। खुटहन के कृष्णापुर में गुरुवार की शाम 14 परिवारों के 30 रिहायशी छप्पर आग की जद में आ गए। घटना के चार घंटे बाद अग्निशमन टीम की मदद से आग पर काबू पाया गया। मौके पर पहुंची राजस्व टीम ने तीन लाख से अधिक क्षति का आकलन किया। इस घटना से नौ परिवार बेघर हो गए, जबकि पांच परिवारों के पास पीएम आवास है। कृष्णापुर गांव के निषाद बस्ती में गुरुवार की शाम चार बजे जब श्रमिक किसान खेत में गेहूं की कटाई कर रहे थे। इसी दौरान अज्ञात कारणों से सबसे पहले बड़ेलाल के तीन रिहायशी छप्पर में एक के बाद एक आग लग गई। लोगों ने आग देखा तो अफरातफरी मच गई। विकराल आग देख सबसे पहले लोगों ने मड़हों से मवेशियों को छोड़ा। दो गैस सिलिंडर बाहर निकाला। इसके बाद लोग बाल्टी में पानी लेकर, डंडा, लाठी, झाड़ू लेकर आग बुझाने दौड़ पड़े। उनका यह प्रयास काम न आया और देखते ही देखते आग ने निषाद बस्ती के 30 रिहायशी छप्परों को अपनी जद में ले लिया। घटना के 50 मिनट बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, जिसके बाद 20 मिनट बाद दमकल पहुंची। कर्मचारियों ने 5.30 बजे से आग बुझाना शुरू किया। ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई गई। मौके पर बदलापुर फायर ब्रिगेड व जौनपुर फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंची। आग की घटना में रिहायशी छप्पर में रखा राशन, कपड़ा, एक बाइक समेत सारा सामान जलकर राख हो गया। इसमें से नौ परिवार को प्रधानमंत्री आवास नहीं मिला है। आगजनी में रामप्रसाद निषाद पुत्र दूधनाथ, बड़ेलाल पुत्र जयकरन, रमेश पुत्र जयकरन, विपिन पुत्र जयकरन, राजेश पुत्र जयकरन, खिलाड़ी पुत्र मेवालाल, सोहनलाल पुत्र मेवालाल, साहेब लाल पुत्र कल्पनाथ, सुनील पुत्र हकड़ू, राकेश पुत्र हकड़ू, बजरंगी पुत्र धर्मराज, फागुलाल पुत्र मेवालाल, इंद्रपति पुत्र मेवालाल, कलावती पत्नी स्व.सोहनलाल है।