देर शाम लंका स्थित लिबर्टी शोरूम में लगी भीषण आग कई घंटो की कड़ी मशक्कत के बाद बुझी!

आपातकाल में लोगों को निकलने का रास्ता नहीं

प्रखर वाराणसी। लंका थाना क्षेत्र में उस समय अफरातफरी का माहौल हो गया। जब लिबर्टी शोरूम में आग लग गई। जब लोगों ने धुंआ निकलता देखा तो फायर ब्रिगेड और स्थानीय पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू करने में लगी रही। आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है। बतादे कि वाराणसी लंका रवींद्रपुरी मार्ग पर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के बगल में लिबर्टी की शोरूम के नीचे बने गोदाम में रविवार की देर शाम शार्ट सर्किट होने से आग लगी थी। गोदाम से धुएं ऊपर दुकान में पहुंचने के बाद दुकान में मौजूद कर्मचारियों को जानकारी हुई। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस और फायर ब्रिगेड की पहुंचने के पहले आग काफी तेजी से फैल चुका था। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवानों ने दुकान के नीचे बेसमेंट में बने गोदाम में घुसने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ा। बिल्डिंग में कहीं से घुसने का जगह नहीं होने से चैनल को काटकर फायर कर्मी भीतर घुसे। जिसके कारण आग बुझाने में थोड़ी समय लग गई। दुकान और उस बिल्डिंग में आग बुझाने के लिए कोई यंत्र ही नहीं था। काफी मशक्कत कर फायर कर्मियों ने आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड को आग पर काबू पाने के लिए शोरूम के बेसमेंट में आग लगने से शोरूम में रखे लाखों की कीमत के जूता, चप्पल जलकर खाक हो गया। बताया जा रहा कि शोरूम के बगल में कपड़े की भी दुकान है। यह संयोग था कि आग बगल में स्थित कपड़े के दुकान तक नहीं पहुंची। वरना और नुकसान हो सकता था। भयानक आग को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आसपास खड़े गाड़ियों को खाली कराया गया। संजोग अच्छा रहा की इस बिल्डिंग में स्थित प्रकाश मेगा मार्ट नामक दुकान का भी गोदाम नीचे ही है। लेकिन आग वहां तक नहीं पहुंच पाई थी। लिबर्टी शोरूम के मैनेजर पंकज यादव ने बताया कि दुकान और गोदाम में मिलाकर 50 लाख रुपए का माल भरा था। इसमें गोदाम के भीतर रखे करीब 25 लाख का माल पूरी तरह से जल गया। आग लगने के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई। फायर इंस्पेक्टर ने बताया कि दुकान के भीतर फायर सिस्टम और अग्नि लगने के दौरान कोई अलग से रास्ता नहीं बनाया गया है। जिससे कि आपातकाल में लोग निकल सके। इसके लिए कार्रवाई करने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।