जांच में पकड़े गए रुपए से 50 लाख की दरोगा ने की थी हेरा फेरी, गोपनीय जांच के बाद दरोगा गिरफ्तार


गोपनीय जांच से पकड़ा गया दरोगा

प्रखर गोरखपुर। गोरखपुर के कोतवाली इलाके में गाड़‍ियों की चेकिंग के दौरान 50 लाख रुपए की हेराफेरी के आरोप में दरोगा आलोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि दरोगा के पास से 44 लाख रुपए बरामद हो गए हैं। गोरखपुर पुलिस के उच्‍चाधिकारी सोमवार से ही इस मामले की जांच में जुटे थे। अधिकारियों को 50 लाख रुपए की हेराफेरी की आशंका थी।
जानकारी के मुताबिक, शाहमारूफ में दुकान चलाने वाला एक व्यापारी हवाला के धंधा से जुड़ा है। वह नेपाल बॉर्डर पर किसी को 85 लाख रुपए देने के लिए निकला था। इस दौरान जरिए मुखबिर पुलिस को सूचना मिली कि गाड़ी से 85 लाख रुपये लाया जा रहा है। इस सूचना पर बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह ने चेकिंग की और एक कार से रुपया बरामद भी कर लिया। लेकिन, उन्होंने इसकी सूचना न तो अपने थानेदार को दी और न ही किसी अन्य अफसर को और 50 लाख रुपये का हेराफेरी कर लिया। अफसरों तक को यह बताया गया कि 85 लाख रुपये में से 50 लाख पुलिस ने रख लिए और एनकाउंटर की धमकी देते हुए 35 लाख रुपये लौटाकर व्यापारी को भगा दिया गया। एसपी सिटी की टीम ने दरोगा आलोक सिंह और उसके एक साथी के पास से 44 लाख रुपए बरामद कर लिया। दरोगा आलोक सिंह के खिलाफ कोतवाली थाने में गबन और भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है। दरोगा की हेराफेरी का ये मामला गोपनीय जांच से पकड़ा गया है। 85 लाख रुपए पकड़ने और 35 लाख रुपए हड़प कर व्‍यवसायी को भगा देने के मामले की जानकारी होने के बाद से ही अफसरों ने दरोगा के खिलाफ गोपनीय जांच शुरू करा दी थी। इसी जांच के दौरान 24 घंटे के अंदर मामला सुलझ गया और दरोगा आलोक सिंह अपने ही जाल में फंस गया।