पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के भाई की शत्रु संपत्ति जब्त


प्रखर डेस्क। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ की बागपत के कोताना में करीब दस बीघा जमीन को शत्रु संपत्ति निदेशाल्य ने जब्त कर लिया है। अब उस जमीन की नीलामी कराई जाएगी। इसके साथ ही रटौल व टांडा में मौजूद शत्रु संपत्ति का सर्वे कराया जा रहा है, जिससे सभी को एक साथ नीलाम किया जा सके। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुर्शरफ के पिता मुशर्रफुद्दीन और माता बेगम जरीन कोताना गांव की रहने वाली थीं। कोताना में दोनों की शादी हुई थी। वह वर्ष 1943 में दिल्ली जाकर रहने लगे थे, जहां परवेज मुशर्रफ व उनके भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ का जन्म हुआ था। उनका परिवार वर्ष 1947 में बंटवारे के समय पाकिस्तान में जाकर बस गया था। मगर दिल्ली के अलावा उनके परिवार की हवेली व खेती की जमीन कोताना में मौजूद थी। इसमें परवेज मुशर्रफ की जमीन बेच दी गई तो उनके भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ की करीब दस बीघा खेती की जमीन बच गई। कोताना की हवेली उनके चचेरे भाई हुमायूं के नाम दर्ज हो गई थी। परवेज मुशर्रफ के भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ की जमीन को शत्रु संपत्ति में दर्ज कर दिया गया था, जिसको अब जब्त करने की कागजी कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही जमीन का सर्वे किया गया, जिससे उसको नीलाम करने की तैयारी है।
पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के भाई डा. जावेद मुशर्रफ की जमीन को लेकर पूरी कार्रवाई लखनऊ से शत्रु संपत्ति निदेशालय से चल रही है। निदेशालय से पर्यवेक्षक मनोज कुमार सिंह टीम के साथ कुछ दिन पहले कोताना पहुंचे और वहां का सर्वे किया। इसमें अब भू-लेख विभाग की टीम को लगाया गया, जो उसके पूरे कागजात तैयार करने में लगे हुए हैं। परवेज मुशर्रफ के पूर्वज जिसमें रहते थे, वह कभी बहुत बड़ी हवेली थी। अब हवेली की दीवार अभी बची है और सीढ़ी भी दिखाई देती हैं। कोताना के साथ ही टांडा व रटौल में भी शत्रु संपत्ति है और इन सभी जगह करीब 46 गाटा नंबर शत्रु संपत्ति में शामिल है। इन सभी जगह की शत्रु संपत्ति का सर्वे कराया जाएगा, जिस उसके बाद नीलाम किया जा सके। शत्रु संपत्ति निदेशालय की टीम यहां सर्वे कर रही है। पंकज वर्मा, एडीएम ने बताया कि कोताना की शत्रु संपत्ति को लेकर काफी कागजी कार्रवाई हो चुकी है। सर्वे कार्य पूरा होने के बाद निदेशालय स्तर से शत्रु संपत्ति की नीलामी की जाएगी।