पूर्व सीएम मांझी के हनीमून वाले बयान पर तेज प्रताप ने कहा, कमरे में क्या-क्या करते हैं, इसकी पोल हम भी खोल देंगे

 

प्रखर डेस्क। बिहार में विधानसभा चुनाव के दौर से बुजुर्ग और युवा नेताओं के बीच जारी जुबानी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव समेत 3 युवा नेताओं पर तंज कसते हुए कहा था कि जब भी देश या बिहार में किसी प्रकार का संकट आता है तो ये तीनों नेता हनीमून मनाने के लिए चले जाते हैं. अब इस बयान पर तेज प्रताप यादव ने तीखा वार करते हुए कहा कि मांझी जी मेरे बगल वाले घर में रहते हैं, कमरे में क्या-क्या करते हैं, हम भी पोल खोलेंगे. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेज प्रताप यादव ने मांझी के हनीमून वाले बयान पर जबरदस्त पलटवार करते हुए कहा कि मांझी जी मेरे बगल वाले घर में रहते हैं, कमरे में क्या-क्या करते हैं, हम भी पोल खोलेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मांझी जी को अपने बुढ़ापे का ख्याल रखना चाहिए. उनके बेटे का महिला पुलिसकर्मी के साथ लफड़ा हो गया था. अगर मांझी जी बाहर जाएंगे तो हनीमून मनाने जाएंगे! बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी तेज प्रताप यादव पर जमकर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा, लालू प्रसाद के ज्येष्ठ पुत्र तेजप्रताप यादव ने कभी सारी मर्यादाएं तोड़ कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चमड़ी उधेड़ लेने की धमकी दी, तो कभी अपने पिता के समकालीन नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की, लेकिन राजद ने न तो उनके बयानों पर खेद प्रकट किया, न उन्हें भाषा पर संयम रखने की चेतावनी दी। अब तेजप्रताप कोरोना वैक्सीन पर शक करने वाले कट्टरपंथी मौलानाओं को खुश करने के लिए प्रधानमंत्री को खुद पर कोरोना टीके का ट्रायल करने की सलाह दे रहे हैं. उन्होंने कहा, तेजप्रताप जब मंत्री-पद का शपथ पत्र नहीं पढ़ पाते और जिनकी माता राबड़ी देवी कभी बिहार के राज्यपाल को लंगड़ा कह चुकी हों, तब उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है? बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने 2 दिन पहले विवादित बयान दिया था. मांझी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पर निशाना साधा और तंज कसते हुए कहा कि जब भी देश या बिहार में किसी प्रकार का संकट आता है तो ये तीनों नेता हनीमून मनाने चले जाते हैं. आरजेडी नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लगातार राज्य से गायब रहने को लेकर जब जीतन राम मांझी से प्रेस कॉन्फ्रेंस (पीसी) के दौरान सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में हार के बाद तेजस्वी यादव तकरीबन 1 महीने तक बिहार से गायब रहे थे. बिहार में जब भी कोई गंभीर समस्या आती है चाहे वह बाढ़ हो, चमकी बुखार हो या फिर किसान आंदोलन का मुद्दा हो, तेजस्वी हमेशा ऐसे मौकों पर बिहार से गायब रहते हैं.पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने कहा, श्तेजस्वी यादव दिल्ली में जाकर क्यों बैठ जाते हैं ? नेता विरोधी दल के नाते तेजस्वी यादव दिल्ली में भी काम करें, लेकिन उन्हें पटना में भी रहना चाहिए. बिहार को नहीं छोड़ना चाहिए. तेजस्वी बिहार को छोड़ रहे हैं.श् फिर मांझी ने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और चिराग पासवान को श्युवराजश् बताया और कहा कि तीनों समय आने पर हनीमून मनाने चले जाते हैं।