पांच आयामों से सामाजिक परिवर्तन का लक्ष्य प्राप्त करेगा संघ- मुरली पाल


संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा से लौटने के बाद काशी प्रांत कार्यवाह मुरली पाल ने की प्रेस वार्ता

प्रखर वाराणसी। हरियाणा के पानीपत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें ‘स्व’ आधारित राष्ट्र के नवोत्थान का संकल्प लेकर आगे बढ़ने को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा से लौटे काशी प्रांत के प्रांत कार्यवाह मुरली पाल ने विश्व संवाद केंद्र काशी में पत्रकार वार्ता कर संघ के पांच आयामों पर विस्तृत चर्चा की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रांत कार्यवाह मुरली पाल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी शाखाओं में पांच आयामों सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, स्वदेशी भाव का जागरण एवं नागरिक कर्तव्य का बोध के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन का लक्ष्य प्राप्त करेगा। आने वाले शताब्दी वर्ष तक सभी मंडलों व बस्तियों तक संघ की शाखाएं पहुंच जाएंगी। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से योजना बनाकर तैयारियां भी कर ली गई है। उन्होंने आगे कहा कि बैठक में जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन का लक्ष्य प्राप्त करने में काशी प्रांत पूरे देश में अग्रणी है। गत दिसंबर में संपूर्ण काशी प्रांत में टोली बनाकर 352 स्थानों पर शाखाओं के माध्यम से स्वयंसेवकों द्वारा शाखा क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया। जिसमें मतान्तरण, छुआछूत, साक्षरता की कमी, लव जिहाद पारिवारिक कलह, पेयजल समस्या, वाचनालय एवं पुस्तकालयों की समस्या समेत 12 प्रमुख समस्याएं प्रकाश में आई, जिसके बाद स्वयंसेवकों ने इन समस्याओं का समाधान जगह-जगह टोली बनाकर किया। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जौनपुर जिले के केराकत के बेलहरी में राष्ट्रीय स्वयं सेवकों ने मिलकर गांव को व्यसन मुक्त कर दिया, अब गांव में समरसता का वातावरण है। काशी प्रांत की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि काशी प्रांत में वर्तमान समय में 1793 स्थानों पर 2639 शाखाएं लगाई जा रही हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में काशी प्रांत के 26 जिलों में से सर्वाधिक शाखा युक्त 18 जिले पूर्ण कर चुके हैं। काशी प्रांत का लक्ष्य है कि वर्ष 2024 तक 145 खंडों में शाखाएं हो जाएं एवं वर्ष 2025 तक सभी जिलों के सभी खंड एवं मंडल शाखा युक्त हो जाएंगे। इसके लिए चरणबद्ध योजनाएं भी तैयार कर ली गई हैं। उन्होंने कहा आने वाली मई माह में सुल्तानपुर में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के 3 संघ शिक्षा वर्ग आयोजित किए जाएंगे। जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के चारों प्रांत काशी, गोरक्ष, अवध एवं कानपुर के प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। श्री पाल ने बताया कि प्रतिनिधि सभा की बैठक में वार्षिक प्रतिवेदन सहित आगामी कार्य दृष्टि के लिए एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया। यह प्रस्ताव भारत के अमृत काल और संघ के सौवे वर्ष की ओर बढ़ती यात्रा के समय में समाज को दिशा देने का कार्य करेगा। आगे कहा कि विजयादशमी 2025 में संघ के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसके लिए कार्य विस्तार तथा कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने की योजना भी प्रतिनिधि सभा में बनी। बैठक में प्रस्ताव के अतिरिक्त महर्षि दयानंद सरस्वती की दो सौवी जन्म जयंती, छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्यारोहण के 350 वें वर्ष और महावीर स्वामी के निर्माण के 2550 वें वर्ष पूर्ण होने पर तीन वक्तव्य भी जारी किए गए।