वाराणसी की सड़कों पर 121 विभिन्न धार्मिक स्थलों को हटाया जाएगा

प्रखर वाराणसी। वाराणसी में अब सड़कों पर मौजूद धार्मिक स्थलों को हटा सड़कों के चौड़ीकरण की कवायद शुरू होने जा रही है. इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने प्लान तैयार कर लिया है. इसके लिए बनारस शहर से 121 धार्मिक स्थल हटाए जाएंगे. काशी में 121 धार्मिक स्थलों को हटा सड़कों को चौड़ी करने की तैयारीवाराणसी: किसी भी शहर के विकास की रूपरेखा तभी सही तरीके से खींची जा सकती है, जब उस शहर में सड़कें बेहतर और चौड़ी हो. अच्छी सड़कों से ना सिर्फ शहर का बेहतर विकास होता है. बल्कि जाम की समस्या खत्म होने से आम लोगों को भी बड़ी सहूलियत होती है. लेकिन तेजी से सड़कों पर हो रहे कब्जे और धार्मिक स्थलों के निर्माण की वजह से सड़कें सकरी होती जा रही हैं और लोगों की समस्याएं जाम के रूप में बढ़ती ही जा रही हैं. पीडब्ल्यूडी की तरफ से अब तक 121 ऐसे मंदिर और मजार चिन्हित किए गए हैं, जिनको सड़कों से हटा कर स्थानांतरित करना है. क्षेत्र में सड़कों के चौड़ीकरण का प्लान लंबे वक्त से तैयार किया जा रहा है. सड़कों में बढ़ रहे ट्रैफिक के लोड को देखते हुए जाम की समस्या से निजात के लिए हर रोज नया प्लान बन रहा है. इसके लिए जिला प्रशासन के साथ स्थानीय लोगों से जमीन की मांग भी की जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि सड़कों के चौड़ीकरण में सबसे बड़ी बाधा वह मंदिर और मजार बन रहे हैं, जो सड़कों पर कब्जा करके बनाए गए हैं. इसलिए अब लोक निर्माण विभाग के अभियंता स्थानीय लोगों से बातचीत करके सहमति लेने के बाद इन मंदिर और मजारों को अन्य स्थान पर स्थानांतरित करते हुए सड़कों को खाली करने का प्लान तैयार कर रहे हैं. पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता केके सिंह का कहना है कि इसके लिए प्लान तैयार किया गया है. सड़कों के चौड़ीकरण के दौरान सड़क पर मंदिर और मजार पड़ रहे हैं. उन्हें शासन के निर्देश पर व्यवस्थित ढंग से स्थानांतरित करने का प्लान बनाया जा रहा है. इनको चिन्हित करने के साथ ही स्थानीय लोगों के साथ बैठक करके चर्चा की जा रही है. बीच सड़क पर जो भी मंदिर या मजार हैं उनको स्थानांतरित करने का काम किया जाएगा. इसके लिए अभी तक 6 सड़कों पर लगभग 121 ऐसे धार्मिक स्थल चिन्हित किए गए हैं, जो सड़कों के चौड़ीकरण में बड़ी बाधा बन रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के साथ ही शासन के निर्देश के मुताबिक इन सभी धार्मिक स्थलों को इन सड़कों से हटाकर दूसरे स्थान पर स्थापित किया जाएगा. इसके लिए शुरुआत भी हुई है पांडेपुर चौराहे से रिंग रोड के बीच स्थित एक मंदिर सड़क पर होने के कारण उसके चौड़ीकरण की समस्या थी. जिसे दूर करने के लिए उसी क्षेत्र के एक व्यक्ति ने अपनी जमीन का कुछ हिस्सा देने पर सहमति बना ली है. ऐसे ही अन्य लोगों से भी बातचीत की जा रही है और लोगों की मदद से इनको स्थानांतरित करके सड़कों के चौड़ीकरण और रिंग रोड के निर्माण का काम तेज किया जाएगा. वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी का कहना है कि नगर निगम की भी जो संपत्तियां हैं उनके चिन्हीकरण की कार्यवाही शुरू कर दी गई है. कहीं भी धार्मिक स्थल यानी चीजें मिलती हैं उनको स्थानांतरित करने का काम किया जाएगा. इसके लिए नगर निगम की टीम ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है, कहीं भी कोई दिक्कत ना आए इसके लिए स्थानीय लोगों से बातचीत करके उचित कदम उठाए जाएंगे.