गाजीपुर। फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र नौकरी करने वालों की अब खैर नहीं है। शासन के निर्देश पर परिषदीय विद्यालयों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच शुरू हो गई है। जिले में चार वर्ष से टेट व स्नातक के फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले दो शिक्षक मिले हैं। इन शिक्षकों में हवलदार यादव प्राथमिक विद्यालय रेवतीपुर उत्तरी और आशीष कुमार प्राथमिक विद्यालय जबुरना जमानियां में तैनात हैं। दोनों शिक्षकों को विभाग ने गुरुवार को नोटिस जारी का स्पष्टीकरण मांगा है। जवाब देने के लिए सप्ताह भर का समय विभाग की ओर से दिया गया है। इसके बाद उनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। हवलदार यादव 2016 में हुई 15000 शिक्षक भर्ती में व आशीष कुमार इसी वर्ष हुई 16448 वाली शिक्षक भर्ती में चयनित हुआ था। उस समय फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी हथिया लिए थे। इधर कुछ दिन पहले इन दोनों शिक्षकों की किसी ने एसटीएफ व बीएसए से शिकायत कर दी। इस पर बीएसए ने बारीकी से इसकी जांच करानी शुरू कर दिया था। इसमें हवलदार यादव का शिक्षक प्रमाण पत्र फर्जी निकला, वहीं आशीष कुमार का टेट व बीए दोनों प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। यह कहीं से कूटरचित कर बनाए गए हैं। इन दोनों शिक्षकों को गुरुवार को फिर दूसरी नोटिस जारी करते हुए सप्ताह भर के भीतर जवाब मांगा गया है। उचित जवाब नही मिलने पर विभाग की ओर से बर्खास्त किया जाएगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता ने बताया कि नोटिस जारी कर दिया गया है। उचित जबाब नहीं मिलने पर बर्खास्त किया जाएगा।