मानवता के लिए अभिशाप, अंतरराज्यीय खून तस्कर चढ़े एसटीएफ के हत्थे, कई राज्यों में फैला था अवैध खून का कारोबार

प्रखर एजेंसी। एसटीएफ ने बृहस्पतिवार को अंतरराज्यीय खून तस्कर गिरोह का खुलासा करते हुए राजधानी से सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 302 यूनिट खून बरामद किया गया है। एसटीएफ का दावा है कि यह गिरोह कूट रचित दस्तावेजों के सहारे राजस्थान से यूपी में खून की तस्करी करता है। एसटीएफ एसएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक सातों आरोपियों को ठाकुरगंज के मिड लाइफ ब्लड बैंक से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों में पांच लखनऊ के, एक-एक कुशीनगर व उन्नाव के रहने वाले हैं। मिड लाइफ ब्लड बैंक एवं अस्पताल का मालिक मो. अम्मार, कर्मचारी रोहित, टेक्नीशियन करन मिश्र। नारायणी ब्लड बैंक का मालिक अजीत दुबे, टेक्नीशियन संदीप कुमार। तस्कर असद व नौशाद।एसटीएफ के अनुसार इस गिरोह से जुड़े कुछ सदस्यों को एसटीएफ ने 2018 और 2021 में लखनऊ से पकड़ा था। यह गिरोह खून में सेलाइन वाटर मिलाकर उसे दोगुना कर महंगे दाम पर बेचता था। एसटीएफ ने राजस्थान से यूपी में खून की तस्करी करने वाले लखनऊ के जिस गिरोह का खुलासा किया है, उसके एजेंट लखनऊ व आसपास के जिलों के अस्पतालों व ब्लड बैंकों में खून की आपूर्ति करते थे। एसटीएफ के मुताबिक तस्करी में मिड लाइफ ब्लड बैंक के मालिक मो. अम्मार और नारायणी ब्लड बैंक के मालिक अजीत दुबे शामिल हैं। एसटीएफ के एसपी प्रमेश शुक्ला ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने राजस्थान के जयपुर स्थित तुलसी ब्लड बैंक, पिंक सिटी ब्लड बैंक, रेड ड्रॉप ब्लड सेंटर, गुरुकुल ब्लड सेंटर, ममता ब्लड बैंक चौमू, दुषात ब्लड बैंक चौमू, मानवता ब्लड बैंक सीकर, शेखावटी ब्लड बैंक चुरू से खून की खरीद फरोख्त की बात कबूल की है। इन ब्लड बैंकों के टेक्नीशियनों के जरिए 700-800 रुपये में ब्लड बैग खरीदकर खून की तस्करी कर इन्हें ऊंचे दाम पर बेचते थे। बरामद ब्लड बैग पर मित्रा कंपनी का स्टिकर लगा था। लेकिन उस पर न तो डोनर का नाम था और न ही कलेक्शन करने वाले का नाम।औषधि विभाग की जांच में पता चला कि गत्तों में ठूंसकर भरे ब्लड बैगों पर न एक्सपाइरी की तिथि अंकित है और न ही जरूरी तापमान की व्यवस्था। बैगों पर किसी ब्लड बैंक का लेबल भी नहीं लगा मिला। इससे साफ है कि यह अवैध रूप से तस्करी कर लाया गया था। एसटीएफ ने इस गिरोह के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करना और औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। एसटीएफ ने आरोपियों के पास से 302 यूनिट ब्लड बैग, 21 कूटरचित दस्तावेज, 7 मोबाइल, 3 एटीएम कार्ड, 3 पैन कार्ड, 4 आधार कार्ड, 4 ड्राइविंग लाइसेंस, 3 क्रेडिट कार्ड, दो कार और 19435 रुपये बरामद किया है।