कुंडा के राजा- रानी होंगे अलग, तलाक के लिए दी कोर्ट में अर्जी!

प्रखर प्रतापगढ़/एजेंसी। यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री स्वाति सिंह की तलाक के बाद प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह की रिश्ते को लेकर चर्चा जोरों पर है. पूर्व मंत्री और कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया अपनी पत्नी को तलाक दे सकते हैं. राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी के बीच अब रिश्तो में दरार पड़ गई है. राजा भैया ने दिल्ली के साकेत फैमिली कोर्ट में डिवोर्स पिटिशन फाइल किया है. यह पिटिशन नवम्बर 2022 में फाइल किया गया था, जिसमे 10 अप्रैल 2023 की डेट कोर्ट ने सुनवाई के लिए मुकर्रर की है. सोमवार को इस मामले में सुनाई होनी है. आशंका जताई जा रही है कि अब राजा भैया और उनकी पत्नी के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हैं. बताया जाता है कि घरेलू विवाद और राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप उर्फ गोपाल पर कुछ महीने पहले धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने के बाद पूरा मामला बिगड़ गया.अब नौबत ‘राजा और रानी’ के अलग होने तक पहुंच चुकी है. जानकारी के मुताबिक कई रिश्तेदारों ने मध्यस्थता की कोशिश भी की, लेकिन राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी के बीच बात बन न सकी. राजा भैया ने अब तो तलाक की नोटिस भी पत्नी को भेज दिया है. इस बीच सोसल मीडिया पर कोर्ट की कॉपी भी वायरल हो रही है. प्रतापगढ़ में राजघराने के बीच तलाक की चर्चा को लेकर सियासी पारा भी गर्म हो गया है. राजा भैया के घर में परिवारिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. 27 साल बाद पत्नी के साथ रिश्ते टूटने के कगार पर है, लेकिन ऐसा क्या हुआ कि दोनों ने अलग-अलग राह पकड़ ली? प्रतापगढ़ के कुंडा बेती के रहने वाले राजा भैया यूपी की सियासत में एक बड़ा नाम हैं. राजा भैया 1993 से लगातार 7वीं बार कुंडा विधानसभा से निर्दल विधायक है. बेती और भदरी राजमहल के राजकुमार है. यूपी सरकार में जेल और खाद्य मंत्री तक रह चुके है, उनकी शादी 17 फरवरी 1995 को बस्ती राजघराने की राजकुमारी भानवी सिंह से हुई थी, लेकिन पिछले कई सालों से राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी के बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे, लगातार किसी न किसी बात को लेकर विवाद हो रहा था.शादी के बाद 1996 में भानवी ने एक बेटी को जन्म दिया। 1997 में दूसरी बेटी का भी जन्म हुआ. भानवी ने 2003 में दो जुड़वा बेटे को जन्म दिया। राजा भैया के दोनों बेटों का नाम शिवराज और विजय राज है, जबकि बेटियों का नाम राघवी और बृजेश्वरी है.बताया जाता है कि राजा भैया की पत्नी भानवी 2 सालों से दिल्ली में रहती हैं, क्योंकि घर में घरेलू क्लेश की वजह से वह अधिकतर लखनऊ और दिल्ली में रहने लगी थी, जबकि राजा भैया हफ्ते में 5 दिन लखनऊ और 2 दिन प्रतापगढ़ के बेती में निवास करते हैं. भदरी और बेती रियासत के राजकुमार रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया का उत्तर प्रदेश की राजनीति में खासा दखल माना जाता है. बताया जाता है कि राजा भैया का राजनीतिक प्रताप सिर्फ प्रतापगढ़ तक ही नहीं है, बल्कि प्रयागराज, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, उन्नाव, बस्ती, जिले तक है. राजा भैया के संबंध समाजवादी पार्टी और उसके संरक्षक रहे मुलायम सिंह से भी बेहद करीबी रहा. लेकिन 30 नवंबर 2018 को उन्होंने अपनी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी बनाई और उसके वह राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए.