जौनपुर के टुसौरी निवासी चर्चित आईएएस ने दिया इस्तीफा

वर्तमान में पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल बांदा की जिलाधिकारी हैं

प्रखर जौनपुर/ दिल्ली। उत्तर प्रदेश कैडर के चर्चित आईएएस अधिकारी अभिषेक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दे कि अभिषेक 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। मूल रूप से जौनपुर जिले के टुसौरी निवासी अभिषेक सिंह पूर्व आईपीएस रिटायर्ड डीआईजी कृपाशंकर सिंह के पुत्र हैं। उनकी पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल वर्तमान में बांदा की जिलाधिकारी हैं। उनका भी नाम अखिलेश सरकार में काफी चर्चित रहा था। अभिषेक सिंह कुछ दिनों पूर्व जौनपुर में गणेश उत्सव कराए थे, जो काफी चर्चित हुआ था। जिसमें तमाम बॉलीवुड व भोजपुरी इंडस्ट्रीज के सितारों ने शिरकत की थी। जिसमें थोड़ी भगदड़ भी मची थी। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। इसके अलावा अभिषेक को एक्टिंग का भी शौक है, कुछ फिल्में भी कर चुके हैं। अभिषेक 14 अगस्त 2013 को ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग झांसी में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर मिली थी। उन्हें 11 अक्टूबर 2014 को निलंबित भी कर दिया गया। बहाली होने के बाद जनवरी 2015 में हरदोई का मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया। मार्च 2015 में वह दिल्ली सरकार में प्रतिनिधित्व चले गए। 5 साल तक वह दिल्ली में जिलाधिकारी व अन्य कई पदों पर कार्यरत रहे। इसके अलावा वहां के बाद उन्हें गुजरात विधानसभा चुनाव का प्रेषक बना दिया गया था। लेकिन प्रेक्षक ड्यूटी के दौरान कर के आगे फोटो खिंचवाने और सोशल मीडिया पर डालने की वजह से चर्चा में आ गए। जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने उन्हें उचित आचरण न किए जाने के संबंध में 18 नवंबर 2022 को प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया। प्रेक्षक ड्यूटी से अवमुक्त होने के बाद अभी तक उन्होंने नियुक्ति विभाग में अपनी योगदान आख्या नहीं दी। राज्य सरकार ने उनके इस कृत्य को अखिल भारतीय सेवाएं (आचरण) नियमावली 1968 के नियम तीन का उल्लंघन मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर राजस्व परिषद से संबंध कर दिया। साथ ही उन्हें निर्देश निर्देशित किया गया कि संबद्धता की अवधि में बिना की लिखित अनुमति दिये मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। इसके बाद भी उनका मन नौकरी में नहीं लग रहा था। नियम है कि 20 साल की नौकरी पर स्वैच्छिक सेवनिवृत लिए के लिए आवेदन किया जाता है। लेकिन अभिषेक की सेवा अभी इतनी नहीं हुई है। इसके बाद भी उन्होंने इस्तीफा दे दिया।