जाड़ता राजा महानाट्य मंचन का बीएचयू परिसर में भूमि पूजन राहुल सिंह के हाथों संपन्न

प्रखर वाराणसी। छत्रपति शिवाजी महाराज पर आधारित जाड़ता राजा महानाट्य मंचन हेतु बीएचयू के एम्पी थिएटर ग्राउंड में भूमि पूजन का कार्य संपन्न हुआ। बतादे कि भूमि पूजन 11 ब्राह्मणों के द्वारा कराया गया। कार्यक्रम काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य वेंकट रमण घनपाठी एवं मुख्य अर्चक श्रीकांत मिश्र के सानिध्य में कराया गया। भूमि पूजन के बाद संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता पद्मश्री प्रोफेसर वशिष्ठ त्रिपाठी ने किया। छत्रपति शिवाजी महाराज पर अपने विचार रखते हुए, भवानी नंदन यति जी महाराज ने कहा कि छत्रपति शिवाजी का पूर्वांचल के लोगों ने केवल चित्र देखा है और उनकी शौर्य गाथा को सुना था, परंतु जाड़ता राजा के माध्यम से जीवंत स्वरूप देखने को मिलेगा।आगे उन्होंने कहा कि आज सुंदर और सौहार्द जीवन जीने के लिए छत्रपति शिवाजी के जीवन मूल्यों को अपनाना होगा। साथ ही हिन्दू समाज को यह नाट्यमन्चन एक सूत्र में बांधने के साथ नाटक जीवन एवं जगत को एक सूत्र में पिरोने का काम भी करता है। आगे यति जी ने कहा कि सनातन मूल्यों के सबसे बड़े प्रहरी शिवाजी थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे स्वामी विशोखानंद जी ने कहा कि समाज को विनाश से बचाने का कार्य क्षत्रिय करता है। हम मनु महाराज की संतान हैं। ब्राह्मण कर्म की शिक्षा देता है वह समाज का कुशल मार्गदर्शन करता है। उन्होंने कहा कि हमें अपना धर्म और कर्म समझना होगा। आगे कहा कि क्षत्रिय के सबसे जरूरी है कि वह प्रजा की रक्षा करे। उन्होंने ने कहा कि क्षत्रिय एकता का परिचय दिए होते तो बाबर को हार का मुंह देखना पड़ता लेकिन तुच्छ प्रलोभन के चक्कर में फंसकर रजवाड़ों ने भारत की दुर्दशा करा दी जो अत्यंत दुर्भाग्य पूर्ण था।
विशिष्ट अतिथि स्वामी यतीन्द्रानंद जूना अखाड़ा ने बोलते हुए कहा कि आदि शंकराचार्य के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदुओं के लिए काम किया।सनातन संस्कृति ही पूरी दुनिया को युद्ध से बचा सकता है। उन्होंने कहा कि आज जन- जन को जरुरत पड़ने और देश रक्षार्थ शिवाजी बनना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज की शिवाजी महाराज आन बान और शान थे।इसीलिए वे दूरदर्शी राजा के रूप में भारतीय समाज में प्रतिष्ठित हैं।जड़ता राजा की समिति ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित विश्व का सबसे प्रसिद्ध महानाट्य का जीवंत मंचन “जाणता राजा” अर्थात् बुद्धिमान व् दूरदर्शी राजा पुणे के २५० कलाकारों द्वारा जीवंत अभिनय काशी हिंदू विश्वविद्यालय एमपी थियेटर में 21 नवम्बर से 26 नवम्बर 2023 को रोज़ सायंकाल 5.30 बजे से रात्रि 8.30 बजे तक चलेगा, जिसको देखने के लिए सेवा भारती ने लोगो से अपील की है। इस अवसर पर सेवा भारती काशी प्रान्त अध्यक्ष राहुल सिंह ने भूमि पूजन के मुख्य यजमान के रूप में भूमि पूजन के साथ संतों का सम्मान भी किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री प्रोफेसर वशिष्ठ त्रिपाठी ने किया। मुख्य रूप से पदम् प्रोफेसर कमलाकर त्रिपाठी, प्रोफेसर बीसी कापरी, डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्र, डॉ राघव मिश्र ,सेवा भारती के प्रांत महामंत्री जियुत राम विश्वकर्मा, विभाग प्रचारक नितिन,सह सचिव हरिनारायण बिसेन, कोषाध्यक्ष सतीश जैन,गिरीश त्रिपाठी, विपिन सिंह,गोबिंद महुआ बाबा, शशांक अग्रवाल, समीर गुप्ता, प्रणव सिंह,आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जाणता राजा महानाट्य आयोजन समिति काशी प्रांत सचिव अनिल नारायण किंजवाडेकर ने किया ।