शर्मनाक! अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले वर्तमान व पूर्व छात्र निकले आईएसआईएस के सक्रिय एजेंट

प्रखर एजेंसी। प्रदेश में देश विरोधी गतिविधियों के खिलाफ अभियान के क्रम में एटीएस ने अलीगढ़ शहर से आईएसआईएस के दो सदस्य गिरफ्तार किए हैं। इन दोनों पर हैंडलर्स के निर्देश पर यूपी में बड़ी घटना की योजना बनाने के साथ में अपने जैसी सोच वाले युवाओं को जोड़कर जेहाद की सेना बनाने का आरोप है। इनमें से एक एएमयू का पूर्व व एक मौजूदा छात्र बताया गया है। ये दोनों गिरफ्तारियां पिछले दिनों दिल्ली स्पेशल सेल द्वारा तीन आतंकियों की गिरफ्तारी के क्रम में मिले इनपुट के बाद की है। दोनों को सोमवार को लखनऊ न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। अब रिमांड पर लेकर आगे पूछताछ की तैयारी है। यूपी एटीएस यूनिट द्वारा जारी प्रेसनोट के अनुसार एजेंसी को यह इनपुट मिल रहा था कि कुछ लोग आईएसआईएस से प्रेरित होकर संगठन में शामिल होने की शपथ ले चुके हैं। वे देश विरोधी साजिश रच रहे हैं। ये रेडिक्लाइज्ड लोग अपने हैंडलर्स/सीनियर्स के निर्देश पर अपने जैसी सोच रखने वाले लोगों को जोड़कर आतंकी जेहाद की सेना बना रहे हैं। साथ में यूपी में बड़ी वारदात की साजिश रच रहे हैं। इस पर काम करते हुए इलेक्ट्रानिक सर्विलांस की मदद से जांच करते हुए साक्ष्य जुटाए और एटीएस थाना लखनऊ में मुकदमा दर्ज कर 6 नवंबर को टीम ने अलीगढ़ में दबिश दी। इस दौरान अब्दुल्ला अर्सलान व माज बिन तारिक को उनके घरों से गिरफ्तार करके ले गई। इनके पास से आईएसआईएस व अलकायदा इन द इंडिया सब कॉंटीनेंट के प्रिंट दस्तावेज, पैन ड्राइव में प्रोपेगेंडा से जुड़े साक्ष्य मिले हैं। इनके पास से मिले इलेक्ट्रानिक उपकरणों की मैमोरी देश विरोधी व आतंकी संगठनों से समर्थित कई ग्रुप पाए गए। साथ में आतंकी संगठनों के प्रतिबंधित साहित्य का आदान प्रदान भी पाया गया। प्रारंभिक पूछताछ के बाद दोनों को सोमवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी के बाद जेल भेज दिया गया। अब पीसीआर पर लेने की तैयारी है। कलानिधि नैथानी, एसएसपी, अलीगढ़ ने बताया कि यूपी एटीएस की टीम अलीगढ़ से दो युवकों को संदिग्ध बताकर ले गई है। उनके खिलाफ लखनऊ में मुकदमा दर्ज होना बताया गया। बाकी हमसे जो मदद मांगी जाएगी वह दी जाएगी। विवेचना व अन्य कार्यवाही उन्हीं के स्तर से हो रही है।