योगी सरकार में गोवंश की दुर्दशा भंदवां गांव में नोच रहे कौवे और कुत्ते, प्रधान व सेक्रेटरी रजाई में!

आधा दर्जन के करीब गोवंश गौशाला में पड़े दिखे मृत

प्रखर चोलापुर वाराणसी। एक तरफ योगी सरकार गौ माता व गोवंश के संरक्षण के लिए लाखों रुपए ग्राम सभा को दे रही है। और उन्हें संरक्षित व सुरक्षित करने के लिए चारदीवारी सहित त्रिपाल के लिए पूरा खर्च उठा रही है। लेकिन दूसरी तरफ प्रधान और सेक्रेटरी के साथ अन्य संबंधित अधिकारियों की मिली भगत से पैसे का बंदरबांट कर योगी सरकार की गौ माता को लेकर आस्था पर पूरी तरह पानी फेर दिया जा रहा है। आये दिन गौमाता व गौवंश की दुर्दशा देखने को मिल ही रही है। एक ताजा मामला वाराणसी जनपद के चोलापुर ब्लाक अंतर्गत आने वाले ग्राम सभा भदवा का है। जहां पर ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से आधा दर्जन के करीब गोवंश मृत पड़ी है, जिन्हें कुत्ते व कौए नोच रहे हैं। लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों द्वारा भौतिक स्थान पर जाकर देखा गया तो पूरे गौशाला परिसर में गाये इधर-उधर घूम रही थी और उन्हीं के बीच करीब आधा दर्जन के आसपास गोवंश मरे पड़े हुए थे। जिन्हें कुत्ते व कौए नोच रहे थे। साथ ही ग्रामीणों ने वहां पर कार्य करने वाले लोगों से पूछा कि 10 बज गए है, चारा दिया गया की नही, तो बोले नहीं। और बोले कि अब आये है तो चारा देंगे। ऐसे में साफ अनुमान लगाया जा सकता है कि गोवंश भूख से भी मार रही होगी, क्योंकि जब 10 बजे तक गोवंश को चारा नहीं दिया गया, तो आप स्थिति का अनुमान लगा सकते हैं। ऐसा साफ लग सकता हैं कि भूख से भी तड़प रही होगी। लेकिन प्रधान व सेक्रेटरी पर इसका कोई असर नहीं है। उक्त मामले में जब सेक्रेटरी से बात की गई तो उन्होंने पहले तो फोन नहीं उठाया लेकिन कुछ समय बाद उनका फोन आया तो उन्होंने बताया कि संभवत: आज की मारी होगी या फिर बीती रात मर गई होगी। लेकिन ज्यादा नही मरी होगी। वहां पर चारदीवारी है, लेकिन एक तरफ से चारदीवारी न होने की वजह से नदी का किनारा है, जिसकी वजह से जंगली जानवर भी गौशाला में घुस जाते हैं और गोवंश को क्षति पहुंचाते हैं। ऐसा कहकर उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बाकी बची चारदीवारी बनाने के लिए ब्लॉक में प्रस्ताव दिया गया है, जल्द ही चारदिवारी बन जाएगी। वहीं दूसरी तरफ जब प्रधान को फोन लगाया गया तो उन्होंने कहा कि मैं दो-तीन दिन से उधर नहीं गया हूं, जाकर देखा हूं कि क्या स्थिति है? अब सवाल यह है कि ग्राम सभा का प्रधान अपनी गौशाला पर दो-तीन दिन पहले गया होगा तो आप इसका अंदाजा लगा सकते हैं कि उस गौशाला की स्थिति क्या होगी? इसके अलावा गौशाला परिसर में ही खोदकर मृत गोवंश को दफनाया गया था। लेकिन प्रखर पूर्वांचल को प्राप्त वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मिट्टी से खोदकर कुत्ते मृत गौ वंश को नोच कर खा गए होंगे, इसका वहां पर मौजूद हड्डियों से अनुमान लगाया जा सकता है। वीडियो में गोवंश की हड्डियां जगह-जगह बिखरी पड़ी हुई थी।