दुनिया की पहली गर्भ निरोधक गोली “सहेली” बनाने वाले डॉक्टर नित्या आनंद का 99 वर्ष की उम्र में निधन

प्रखर डेस्क। पहली गर्भ निरोधक गोली ‘सहेली’ बनाने वाले डॉक्टर नित्या आनंद का निधन हो गया है। 99 साल की उम्र में उन्होंने लखनऊ पीजीआई में अंतिम सांस ली। उन्हें पिछले साल 29 नवंबर को लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया गया था, जहां आईसीयू में उनका इलाज चल रहा था। कई विशेषज्ञ डॉक्टर उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए थे। तबियत ज्यादा खराब होने और संक्रमण की वजह से उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। वे लंबे समय से बीमार थे। निधन होने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक समेत कई बड़े अधिकारी लखनऊ के निरालानगर में उनके आवास पर पहुंचे। बतादे डॉक्टर नित्या आनंद का जन्म 1 जनवरी 1925 को हुआ था। वे केंद्रीय औषधि अनुषंधान संस्थान (सीडीआरआई) के निदेशक रह चुके थे। वे 1974 से 1984 तक 10 साल तक CDRI के निदेशक रहे। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। नित्या आनंद के तीन बच्चे हैं। उनके एक बेटे नीरज नित्य आनंद ने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की है। वे इस समय अमेरिका में हैं। वहीं उनके छोटे बेटे कनाडा में हैं। उनकी छोटी बेटी का नाम डॉक्टर सोनिया नित्या आनंद है। वे केजीएमयू की कुलपति और लोहिया संस्थान की डायरेक्टर हैं।नित्या आनंद को देश के बड़े रिसर्च वैज्ञानिकों में गिना जाता था। दुनिया की पहली गर्भ निरोधक गोली बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। इस पहली नॉन एस्टेरॉयड कंट्रिसेप्टिव पिल को सहेली कहा जाता था। उनका योगदान टीबी, मलेरिया और कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों की दवा बनाने में भी है। उनमें बेहतरीन नेतृत्व क्षमता थी और वे असाधारण वैज्ञानिक थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने 400 से ज्यादा रिसर्च पेपर प्रकाशित किए थे और 130 पर पेटेंट मिला था।