निर्वाचन आयोग को मिले दो चुनाव आयुक्त


प्रखर डेस्क। चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर गुरुवार को फैसला हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में इसे लेकर हुई बैठक में 2 नामों पर मुहर लगाई गई। इसके अनुसार ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू को चुनाव आयुक्त चुना गया है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी इस बैठक में शामिल हुए थे। ये दोनों ही 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजीव कुमार की मदद करने के लिए दो चुनाव आयुक्तों की नियुक्त को लेकर पीएम मोदी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई थी। अधीर रंजन चौधरी को भी इस समिति का सदस्य बनाया गया था। आज हुई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए थे। बैठक के बाद अधीर रंजन चौधरी ने इन नियुक्तियों के बारे में जानकारी दी। आयोग में एक मुख्य चुनाव आयुक्त के अलावा दो चुनाव आयुक्त होते हैं। इनमें से एक चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे फरवरी में रिटायर हो गए थे। वहीं, दूसरे चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने बीती 8 मार्च को अचानक इस्तीफा दे दिया था। गोयल को 21 नवंबर 2022 को यह पद दिया गया था। उनका कार्यकाल 5 दिसंबर 2027 तक था। लेकिन, उन्होंने इससे पहले ही इस्तीफा देने का फैसला कर लिया। बता दें कि अनिल गोयल की चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के फैसले के खिलाफ एडीआर (एसोसिएशन डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। याचिका में कहा गया था कि गोयल की नियुक्ति कानूनन गलत है। एडीआर ने कहा था कि सरकार और चुनाव आयोग ने अपने फायदे के लिए गोयल को चुनाव आयुक्त बनाया था। इसके साथ ही याचिका में गोयल को इस पद से हटाने की मांग भी की गई थी।