18 साल 5 महीने के लंबे अंतराल के बाद ताबूत में घर आया मुख्तार!

आज करीब 10:00 बजे किया जाएगा सुपुत्री खाक

प्रखर गाजीपुर। मुख्तार का शव गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद स्थित उसके पैतृक निवास पर करीब 1.30 बजे के आसपास पहुंच गया। उत्तर प्रदेश पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा के पोस्टमार्टम हाउस से माफिया मुख्तार अंसारी का शव गाजीपुर लाया गया है। शुक्रवार को शाम 4:43 बजे शव का काफिला बांदा से निकला जो देर रात 1:30 बजे के करीब गाजीपुर के मुहम्मदाबाद में मुख्तार के आवास पर पहुंचा। बताया जा रहा है कि घर के पीछे के रास्ते शव लाया गया है। बताया जाता है है कि 18 वर्षों के बाद मुख्तार ताबूत में अपने घर मुहम्मदाबाद पहुंचा। लोग घर के बाहर कई घंटे से खड़े होकर शव का इंतजार कर रहे थे। परिजनों के मुताबिक, शनिवार की सुबह दस बजे जनाजे की नमाज पढ़ी जाएगी, फिर कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में मुख्तार को सुपुर्दे खाक किया जाएगा। शुक्रवार रात को ही मगफिरत की दुआ की और खिराजे अकीदत पेश की। बांदा मेडिकल कॉलेज से एंबुलेंस से उसके शव को शुक्रवार को अपराह्न बाद करीब 4:43 बजे गाजीपुर के लिए रवाना किया गया था। सुरक्षा के कड़े इंतजाम और एंबुलेंस सहित 21 गाड़ियों के साथ बांदा से गाजीपुर की दूरी करीब 8.32 घंटे में तय हुई। शव वाहन बांदा से फतेहपुर, कौशांबी, प्रयागराज और भदोही होते हुए रात करीब 10.32 बजे वाराणसी पहुंचा, फिर गाजीपुर रवाना हो गया। मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी और बड़ी बहू निकहत अंसारी बांदा से शव वाहन के साथ आए। माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात हार्ट अटैक (कार्डिया अरेस्ट) से मौत हो गई। मुख्तार को मौत से करीब तीन घंटे पहले ही इलाज के लिए मंडलीय कारागार से मेडिकल कॉलेज लाया गया था। जहां नौ डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटी थी। रात करीब साढ़े दस प्रशासन ने मुख्तार की मौत की सूचना सार्वजनिक की। तब तक मुख्तार के परिवार का कोई सदस्य मेडिकल कॉलेज नहीं पहुंचा था। गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे मुख्तार की जेल में तबीयत बिगड़ी थी। इसके बाद प्रशासन के अधिकारी मौतके पर पहुंचे और करीब साढ़े आठ बजे के आसपास उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया था। जहां दो घंटे तक उसका इलाज चला। उसे आईसीयू से सीसीयू में शिफ्ट किया गया। जहां रात साढ़े दस बजे के आसपास उसकी मौत हो गई।