पूर्वांचल में भी कोरोना भयावह स्थिति में, वाराणसी में पहली बार कोरोना से कोरोना योद्धाओं की मौत

अभी तक 42 लोगों की हो चुकी है मृत्यु

प्रखर वाराणसी। वाराणसी में कोरोना के कारण किसी पुलिस वाले या सरकारी अस्पताल की कर्मचारी की पहली मौत है, जिसके बाद कह सकते है कि स्थिति भयावह की तरफ जाती दिख रही है। वहीं शहर के हर इलाके तक संक्रमण पहुंच गया है। रविवार को आई 161 लोगों की रिपोर्ट में लगभग सभी शहर के अलग अलग इलाकों के हैं। पिछले बीस दिनों से आ रही रिपोर्ट बता रही है कि शहर में ही संक्रमण अब ज्यादा फैल रहा है। बतादे कि मरने वालों में पहला कोरोना योद्धा चाणक्यपुरी कॉलोनी पंचवटी रामनगर का निवासी था। 50 वर्षीय यह कोरोना योद्धा हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात था। दूसरी कोरोना योद्धा मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा में स्टाफ नर्स थीं।करीब 58 वर्षीय स्टाफ नर्स की मौत से मंडलीय अस्पताल में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं, मरने वाली तीसरी महिला रश्मि नगर लंका की निवासी थी। 74 वर्षीय महिला बीएचयू के पूर्व चिकित्साधिकारी की पत्नी थीं। उनके पति भी संक्रमित हो गए हैं। अन्य संक्रमित मरीजों में कैंट स्थित कमलापति त्रिपाठी इंटर कॉलेज में बनी अस्थायी जेल के 18 बंदी और कैंट स्थित एक होटल के पांच कर्मचारी शामिल हैं। इन दोनों जगहों पर पहले भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। वही वाराणसी में रविवार को 161 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इससे एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 1188 हो गई है। 26 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। वाराणसी में कुल संक्रमितों की संख्या 2085 हो गई है। अब तक 855 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। जिला प्रशासन के अनुसार बीएचयू लैब से सुबह 199 रिपोर्ट में 81 और शाम 1243 रिपोर्ट में 80 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। अभी तक 42 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।