देवरिया नरसंहार की इनसाइड स्टोरी, बड़ी बेटी ने कहा हत्याकांड के पहले मैंने कई बार पुलिस को फोन किया लेकिन फोन नही उठा!


प्रखर देवरिया। देवरिया नरसंहार में मारे गए सत्यप्रकाश दुबे की सबसे बड़ी बेटी शोभिता का कहना है कि 2 अक्टूबर, दिन सोमवार को सुबह करीब 5 बजे का समय रहा होगा। मेरे छोटे भाई दीपेश का फोन आया। उसने बताया कि प्रेम यादव फिर घर पर आकर पापा से लड़ाई कर रहा है। दीदी तुम जल्दी पुलिस को फोन करो। वह पापा से मारपीट कर रहा है। मैंने उस वक्त से ही पुलिस को फोन करना शुरू किया। लेकिन, रूद्रपुर थाने से लेकर यूपी-112 तक का फोन नहीं उठा। मैं कभी भाई से फोन पर बात करती तो कभी पुलिस को फोन करती रही। लेकिन, कोई जवाब नहीं मिला। कुछ देर बाद मेरे भाई का फोन आना बंद हो गया। इधर से मिलाने पर भी फोन काट दिया जाता था। फिर मैंने पापा का फोन ट्राई किया। उनके फोन पर भी ऐसा ही होता रहा। मुझे लगा कि शायद घर पर लड़ाई हो रही होगी। इसके बाद मेरे पापा और भाई दोनों का फोन बंद हो गया। घर में सिर्फ यही दो फोन थे। पड़ोस में भी कोई ऐसा नहीं था जिसे मैं फोन कर सकूं। मुझे किसी अनहोनी की आशंका हो गई। इसके बाद मैंने गूगल से SP देवरिया का नंबर निकाला और फिर SP साहब को फोन किया। उनसे बात हुई, तब जाकर उन्होंने गांव में पुलिस भेजी। पुलिस पहुंची तो मेरे पापा, मम्मी, दो बहनें और एक भाई की मौत हो चुकी थी। दूसरे की सांस चल रही थी। उसे पुलिस अस्पताल ले गई। समय रहते अगर पुलिस का फोन उठ गया होता तो शायद आज मेरा परिवार जिंदा होता। आगे उसने कहा कि 2 अक्टूबर की सुबह जो कुछ हुआ, उसके पीछे भी एक बड़ी वजह है। क्योंकि, आज यानी कि 4 अक्टूबर को जमीन के केस की कोर्ट में तारीख है। यह सभी को पता था कि अगर मेरे पिता जिंदा रहे तो जमीन उसके हाथ से निकल जाएगी। इसी रंजिश में वह सोमवार की सुबह मेरे घर पहुंचा। उस वक्त भी उसके साथ तीन लोग मौजूद थे। लेकिन, अन्य दोनों मेरे घर पा ना आकर इधर-उधर थे। घर पर पहुंचने के साथ ही वह मेरे मम्मी-पापा को गालियां देते हुए मारने लगा। यह देख मेरा भाई 13 साल का भाई दीपेश बौखला गया और उसने किसी डंडे या अन्य चीज से प्रेम पर हमला कर दिया। उसके सिर में गंभीर चोट लग गई और वह वहीं पर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। अब तक जो कहा जा रहा है कि इसके 20 मिनट बाद प्रेम के घर वाले मेरे घर आए, यह बात पूरी तरह गलत है। अगर इतना समय मिला होता तो शायद मेरे परिवार के लोग घर से भागने की कोशिश करते। लेकिन, उन्हें ऐसा करने का मौका ही नहीं मिला। प्रेम को चोट लगते ही वह जैसे ही जमीन पर गिरा, गांव के लोग मेरा पूरा घर घेर लिए। गांव वाले बोलने लगे, एक यादव मरा है तो वह इस गांव का शान है। अब इसके पूरे परिवार को मार डालो। कुछ देर बाद प्रेम के घर वाले भी लाठी-डंडा और बंदूक लेकर पहुंचे। मेरे घर वाले खुद को बचाने के लिए घर के अंदर जाकर दरवाजा बंद कर लिए थे। फिर, घर का दरवाजा तोड़ पूरे गांव वालों ने मेरे परिवार पर हमला कर दिया। पहले उन्हें बेरहमी से पीटा और फिर गोली मार दी। मेरी मम्मी समेत तीन लोगों को गोली लगी थी। यह कहना है, देवरिया नरसंहार में मारे गए सत्यप्रकाश दुबे की सबसे बड़ी बेटी शोभिता का। इस सनसनीखेज वारदात के तीन दिन बीत चुके हैं। एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, दूसरे पक्ष के मृतक प्रेम यादव के घर की अब पैमाइश हो रही है।
इस सामूहिक हत्याकांड में शोभिता की तहरीर पर ही पुलिस ने 27 नामजद समेत 77 लोगों पर केस भी दर्ज किया है। इन सबके बीच अब शोभिता सामने आईं। इस दौरान उन्होंने इस हत्याकांड की वजह बताई। शोभिता ने रूद्रपुर पुलिस और लोकल प्रशासन पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पूर्व में प्रेम राजस्व विभाग के सहयोग से जमीन की खतौनी का फर्जी फील्डबुक बनवाकर जबदस्ती सबसे यह कहता रहा कि मेरी खारिज दाखिल हो चुकी है। लेकिन मेरे चाचा की जमीन की खारिज दाखिल आज तक नहीं हुई है। हालांकि, खेत की रजिस्ट्री होने के बाद भी साल 2018 तक उस पर मेरे परिवार का ही कब्जा रहा। यानी कि उस पर हम लोग ही खेती करते थे। फिर इसके बाद 5 दिसंबर, 2018 को प्रेम जबरदस्ती मेरे परिवार के बोए हुए खेत में जाकर पानी चलाने लगा। उस वक्त सभी को लगा कि सिर्फ पानी चलवा देने से खेत उसका थोड़ी हो जाएगा। लेकिन, अप्रैल, 2019 में जब फसल तैयार हो गई तो प्रेम मेरी पूरी फैमिली को असलहों की नोंक पर रखकर फसल कटवा ले गया। हर बार विवाद के बाद मेरे पिता रूद्रपुर थाने से लेकर तहसील तक दौड़ते रहते थे। लेकिन, कभी भी उनकी एक नहीं सुनी गई। जो भी थानेदार यहां आता था, प्रेम उसे अपने मायाजाल से सेट कर लेता था और फिर पुलिस हमेशा साथ ही देती थी। बात साल 2020 की है। एक बार प्रेम फिर हमारे खेत से फसल कटवा रहा था। पुलिस और तहसील में सुनवाई नहीं हुई तो पापा डीएम के पास गए। उन्होंने उनकी शिकायत पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए।