दीपावली से पहले योगी मंत्रिमंडल का विस्तार लगभग तय, पीएम का वाराणसी दौरा नवंबर में संभावित

छह मंत्री और बनाए जा सकते है योगी मंत्रिमंडल में

प्रखर वाराणसी/लखनऊ । दीपावली से पहले उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा, जिसको लेकर दिल्ली में हलचल तेज हो गई है। बता दें कि यह मंत्रिमंडल विस्तार आने वाले लोकसभा चुनाव को देखकर किया जा रहा है। दीपावली के आसपास मंत्रिमंडल विस्तार लगभग सुनिश्चित हो चुका है। वही लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री का दौरा दीपावली के आसपास वाराणसी होने की उम्मीद है। भारतीय जनता पार्टी कोर कमेटी की मीटिंग बुधवार को दिल्ली में होगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजस्थान में अपने दौरे के बाद दिल्ली जाएंगे. जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी दिल्ली पहुंच चुके हैं. दोनों उप मुख्यमंत्री भी कमेटी में शामिल हैं. माना जा रहा है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बातचीत की जाएगी.
उत्तर प्रदेश में कुल 60 मंत्रियों के पद हैं. 54 मंत्री बनाए जा चुके हैं, छह सीट रिक्त हैं. ऐसे में ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह के अलावा अलग-अलग जातियों का प्रतिनिधित्व करने वाले कुछ अन्य नेताओं को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. जहां तक बात दारा सिंह की है उनको मंत्री बनाए जाने से संगठन में नाराजगी की भी आशंका व्यक्त की जा रही है. ऐसे में पार्टी दारा सिंह के नाम पर सहमत होगी इसको लेकर आशंका है.भारतीय जनता पार्टी कोर कमेटी की मीटिंग में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल में विस्तार के बड़े निर्णय पर फैसला हो सकता है. कमेटी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण नेता शामिल हो रहे हैं, जो समय-समय पर पार्टी के बड़े निर्णय पर सहमति व्यक्त करते हैं. इस बार यह मीटिंग दिल्ली में आयोजित की जा रही है. जिससे स्पष्ट है कि यह बहुत अधिक महत्वपूर्ण मीटिंग है. भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर जिले की जहुराबाद सीट से विधायक हैं. विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके इस सीट पर जीत प्राप्त की थी. मगर सपा की हार के बाद में भाजपा गठबंधन में शामिल हो गए. राजभर समाज पर उनके भारी प्रभाव को देखते हुए लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उनको मंत्री बनाकर पार्टी बड़ा संदेश देना चाह रही है. मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से 2017 में दारा सिंह चौहान विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी से जीते थे. विधानसभा चुनाव 2022 से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ में समाजवादी पार्टी में चले गए और चुनाव जीत गए. करीब तीन महीने पहले विधायक पद से इस्तीफा देकर वापस भारतीय जनता पार्टी में आए मगर घोसी उपचुनाव में हार गए. हार के बावजूद पिछड़े समाज में दारा सिंह की अच्छी पकड़ को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी उनको मंत्री बनाने पर विचार कर सकती है. उनको मंत्री बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को उन्हें डॉ. दिनेश शर्मा की सीट पर एमएलसी भी बनाना पड़ेगा. लगातार संगठन को छोड़कर जाने की वजह से भाजपा में उनका महत्वपूर्ण पद दिए जाने पर पार्टी में मतभेद भी है. ऐसे में दारा सिंह चौहान का मंत्री बनना कोई आसान काम नहीं होगा. रामपुर से भाजपा विधायक हैं आकाश सक्सेना. आजम खान और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ इस समय जितने भी केस चल रहे हैं और उनको जो सजा हुई है, उसके पीछे आकाश कहीं न कहीं जुड़े रहे हैं. रामपुर उपचुनाव में भी उन्होंने जोरदार जीत दर्ज की थी. इसके अलावा कायस्थ समाज के बीच में अच्छा संदेश देने के लिए आकाश को भी मंत्री बनाए जाने की उम्मीद की जा रही है.