अलीगढ के एएमयू से लगातार निकल रहे संदिग्ध आईएस एजेंट 4 छात्र फिर गिरफ्तार, एक भदोही का!


एएमयू के छात्र संगठन से भी जुड़े थे आतंकी

प्रखर लखनऊ/एजेंसी। यूपी एटीएस की टीम ने शनिवार को आईएस आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े चार और संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आतंकी राकिब इमाम को अलीगढ़ से और नवेद सिद्दकी, नोमान व मो. नाजिम को संभल से गिरफ्तार किया गया है। एटीएस के हत्थे चढ़े चारो आतंकी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से बी टेक और बीएससी में स्नातक हैं और आईएसआईएस मॉड्यूल के सक्रिय सदस्य के तौर पर काम कर रहे थे। इनके पास से जेहादी साहित्य समेत कई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई हैं। एटीएस इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। बता दें कि बीते रविवार को ही एटीएस ने अलीगढ़ से आईएसआईएस से जुड़े तीन खतरनाक आतंकियों अब्लदुला अर्सलान, माज बिन तारिक और वजीउद्दीन को गिरफ्तार किया था। इन्हें रिमांड पर लेकर हुई पूछताछ में इन चारों आतंकियों के नाम भी सामने आए थे। तभी एटीएस इनकी तलाश में जुटी थी । यह जानकारी देते हुए यूपी एटीएस के एडीजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि ये सभी आतंकी यूपी में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की कार्ययोजना पर काम कर रहे थे।एडीजी ने बताया कि अलीगढ़ से गिरफ्तार राकिब भदोही का रहने वाला है और एएमयू से बीटेक और एमटेक किया है। जबकि नवेद, नोमान और नाजिम संभल के ही रहने वाले हैं। नवेद एएमयू में बीएससी का छात्र है और नोमान व नाजिम भी वहीं से स्नातक कर चुके हैं। आतंकियों के पास से एटीएस को मिले पेनड्राइव में आतंकी गतिविधियों के प्रचार-प्रसार और जेहाद संबंधित साहित्य को सुरक्षित रखा गया है। उन्होंने बताया कि अब तक गिरफ्तार किए गए सभी आतंकी देश शरीया कानून लागू करने के अभियान के तहत हिंसात्मक घटनाओं को अंजाम देने के लिए यूपी के कई शहरों में युवकों को बरगला रहे थे। साथ ही गोपनीय ठिकानों पर उन्हें आतंकी जिहाद के लिए प्रशिक्षित भी कर रहे थे। एडीजी ने बताया कि आतंकियों से पूछताछ में यह भी जानकारी मिली है कि ये कम उम्र के युवकों को आईएसआईएस में भर्ती करने के साथ ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिए उन्हें आतंकी जिहाद के बारे में ट्रेनिंग भी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि सभी गिरफ्तार आतंकियों को अदालत में पेश करके विधिक कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करते हुए जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के करीब आधे दर्जन शहरों में फैले आतंकियों के जाल के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। एमएयू में पढ़ाई करने के साथ ही ये आतंकी छात्र संगठन ‘स्टूडेंट ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ‘ (एसएएमयू) से भी जुड़े थे। इस संगठन की बैठकों के जरिए भी एक दूसरे से संपर्क करके नए लोगों को आईएसआईएस से जोड़ने का काम कर रहे थे। देश और प्रदेश के देश व प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की कार्ययोजना पर भी काम कर रहे थे। इसके लिए वह युवाओं की टीम भी तैयार कर रहे थे।