एनयूजे वाराणसी इकाई का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न, राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका विषय पर हुई गोष्ठी

राजनीति और पत्रकार का तो चोली दामन का रिश्ता – कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर

प्रखर वाराणसी। एन यू जे वाराणसी इकाई का शपथ ग्रहण समारोह भव्य कार्यक्रम के माध्यम से 2 मार्च 2024 शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित मंडलायुक्त सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर “राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका” विषयक गोष्ठी का भी आयोजन हुआ। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। तत्पश्चात अतिथियों को अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह के साथ बुके देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालू एवं वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी मौजूद रहे। सम्मान के बाद एनयूजे वाराणसी इकाई के निर्वाचित पदाधिकारियो का शपथ ग्रहण एनयूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहार ने कराया। उसके बाद वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखें। मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि बहुत पुराने कालखंड में एक समय ऐसा था कि विपक्षी पार्टी के लोग जब उनको कोई सवाल चुभता था तो पत्रकारों से उनके मालिक का नाम पूछा जाता था। इस तरह की चीज किसी के लिए ठीक नहीं है। चाहे वह समाज हो , चाहे राजनीति हो। राजनीति और पत्रकार का तो चोली दामन का रिश्ता है, अगर पत्रकारिता ना रहे तो हमारी उपयोगिता पर प्रश्न खड़ा हो सकता है। न्यायपालिका, विधायिका सहित सबकी समीक्षा करने का अधिकार अगर किसी को है तो वह पत्रकार को है। आजादी की लड़ाई में पत्रकारों ने कितना योगदान दिया ये किसी से छुपा नहीं है। बदले हुए जमाने में पत्रकारों की स्वीकारता भी बढ़ रही है। चुनौतियां भी बढ़ी है, मगर इससे निपटना भी पत्रकारों को आता है। पत्रकारों की सुरक्षा सरकार का दायित्व तो है ही समाज का भी दायित्व है। आपकी कही बातों को सच माना जाता है। ऐसे में आपकीे जिम्मेदारी बढ़ जाती है। आज देश के बढ़ने में पत्रकारों की भूमिका भी एक अलग किस्म के रूप में सामने आनी चहिये। कार्यक्रम में आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि पत्रकारिता कल और आज का भेद दिखाती है। अब आई गिरावट को आप गिरावट नहीं कह सकते हैं इसको परिवर्तन कह सकते हैं। आज समाज में विभिन्न हिस्सों में परिवर्तन आया है कल और आज की तुलना में हर जगह परिवर्तन है, लेकिन इसको गिरावट नहीं कहा जा सकता। यह परिस्थितियों की मांग कह सकते है। आज समाज में बड़ी कठिनाई है जीने के लिए समझौता वादी बनना होगा। सब कुछ बताने का कार्य पत्रकार करता है। अगर आप नहीं बताएंगे तो लोग गुमराह हो जाएंगे। समय-समय पर सबके के लिए काउंसलिंग की जरूरत है। आप अपने अनुभव से समाज का भला करेंगे, तो समाज की आनेवाली पीढ़ी को भी उसका लाभ जरूर मिलेगा। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में एनयूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वाराणसी के सांसद देश निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहे है। आज एक बड़ी पार्टी के नेता जहां भी अपने कार्यक्रम में जाते हैं वहां पर पत्रकारों की जाति पूछने लगते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। आज देश में जिस प्रकार के कार्यक्रम हो रहे हैं और पत्रकारों पर हमले हो रहे है इसको रोकना होगा। हरियाणा के संभू बार्डर पर कवरेज कर रहे पत्रकारों पर भी हमले किए गए। कई बार ऐसा प्रतीत होता है कि मीडिया के लोग एक दूसरे के पीटने की प्रतीक्षा करते हैं। यह एक गलत संदेश है इससे विद्वेष की भावना उत्पन्न होती है। आज मीडिया की इस खतरनाक स्थिति के लिए विचार करना होगा और इसके लिए एक आंदोलन भी करना पड़ेगा। एनयूजे पिछले 15 सालो से जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहा है। अगर यह कानून बन जाए तो पत्रकारों की रक्षा हो सके। हम देश में एक ऐसा माहौल चाहते हैं, जहां पर पत्रकार निष्पक्ष होकर अपना कार्य स्वतंत्र कर सके। पत्रकारों की कम उम्र में मौत पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चिंता जता चुके हैं। हम प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे जिसमें सारे देश के पत्रकारों के स्वास्थ्य की जांच मुफ्त हो सके। जिससे कि उनके अंदर की गंभीर बीमारियों का पता चल सके, इसकी मांग सरकार से करेंगे। मीडिया को कब्रगाह बनाने में सबसे बड़ी भूमिका कांग्रेस पार्टी ने निभाई पश्चिम बंगाल में भी आज ऐसा ही हो रहा है हालांकि आज उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं कम हो रही है। पत्रकारों की सुरक्षा और सुविधा के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन की आवश्यकता है। इसकी शुरुआत वाराणसी से होनी चाहिए। जाति न पूछो पत्रकार की ऐसा देशव्यापी आंदोलन वाराणसी से शुरू होगा। कार्यक्रम में स्वागत करते हुए वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर अरविंद सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में सभी आगंतुकों का स्वागत है। भगवान भोले की नगरी अपने सभी अतिथियों को स्वस्थ और कुशलता से रखती है, ऐसी ये काशी नगरी है। कार्यक्रम में उपस्थित वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी ने कहा कि आज मीडिया निष्पक्ष कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि वाराणसी में ऐसी ऐसी प्रतिभाएं थी, जिन्होंने देश को जागरूक करने का कार्य किया है। वाराणसी अपनी इसी परंपरा को आगे बढ़ा रही है ऐसा विश्वास है। कार्यक्रम में अध्यक्षीय संबोधन वरिष्ठ पत्रकार स्नेह रंजन ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज समाज में पत्रकारों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। और बल्कि यह कहा जा सकता है कि राष्ट्र पत्रकारों के लिए क्या कर रहा है? पत्रकारों के स्वास्थ्य की हमेशा चिंता होनी चाहिए। पत्रकारों पर ध्यान देना सरकार की ही जिम्मेदारी है। आज भारतीय प्रेस परिषद में सबसे अधिक मामले लंबित हैे। ऐसे में इसमे ध्यान देने की आवश्यकता है। आज जिन पत्रकारों से जाति पूछी जाए उनको पलट कर जवाब देना चाहिए, हमको ऐसा वातावरण बनाने की आवश्यकता है। सोशल मीडिया ने हमको कहां पर लाकर खड़ा कर दिया है। हमको ऐसी व्यवस्था पर भी ध्यान देना है, एडिटर लेस मीडिया हमको खतरनाक व्यवस्था में लाकर खड़ा कर देता है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वेद प्रकाश सिंह, प्रदीप कुमार सिंह ,मनीष सिंह, राजेंद्र मोहनलाल श्रीवास्तव ,संजय सिंह, अरुण सिंह, अरुण मिश्रा , मनीष सिंह, मनोज पाण्डेय, प्रदीप मिश्र, संपूर्णा तिवारी, बब्बू उपाध्याय, सत्य प्रकाश चौबे,अजय राय सहित सैंकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।