चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर पर बीजेपी का कब्जा

प्रखर चंडीगढ़/एजेंसी। आखिरकार बीजेपी उम्मीदवार कुलदीप संधू चंडीगढ़ नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर बन गए हैं. कुलदीप संधू ने कांग्रेस और आप गठबंधन उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की है. वहीं, डिप्टी मेयर पद पर बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र शर्मा ने INDI गठबंधन उम्मीदवार निर्मला देवी को हराकर जीत हासिल की है. कुलदीप संधू को 19 वोट: बीजेपी उम्मीदवार कुलदीप संधू ने चंडीगढ़ नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर चुनाव में जीत हासिल की है. चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार कुलदीप संधू के पक्ष में 19 वोट पड़े, वहीं INDI गठबंधन उम्मीदवार गुरप्रीत सिंह को 16 मत मिले. INDI गठबंधन का एक वोट कैन्सिल कर दिया गया, क्योंकि आप पार्षद ने किसी को भी वोट नहीं डाली थी. काउंटिंग के बाद बैलेट पेपर को लिफाफे में भरकर सील कर दिया गया है. सीनियर डिप्टी मेयर के साथ डिप्टी मेयर पद पर भी बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र शर्मा ने जीत हासिल की है. चुनाव में राजेंद्र शर्मा को 19 वोट मिले, जबकि निर्मला देवी के 17 मत ही मिले. डिप्टी मेयर चुनाव परिणाम आने के साथ ही बैलेट पेपर लिफाफे में रखकर सील कर दिए गए हैं. चंडीगढ़ सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव से संभावना जताई जा रही थी कि शिरोमणि अकाली दल के पार्षद हरदीप सिंह बूटरेला सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे. लेकिन, उन्होंने इस बार चुनाव में हिस्सा लिया है. सूत्रों के अनुसार वह बीजेपी चंडीगढ़ अध्यक्ष द्वारा किसानों के खिलाफ की गई टिप्पणी से नाराज थे, लेकिन चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेते हुए अपने मत का इस्तेमाल किया. वहीं, बीजेपी से आप में शामिल होने के बाद वापस बीजेपी का दामन थामने वाले वार्ड नंबर-20 के पार्षद गुरचरण सिंह काला ने भी अपने मत का इस्तेमाल किया. सीनियर डिप्टी मेयर और मेयर पद चुनाव के लिए चंडीगढ़ के मेयर कुलदीप कुमार टीटा ने भी अपने मत का इस्तेमाल किया. चंडीगढ़ सीनियर डिप्टी मेयर और नए मेयर ने अपनी सीट पर बैठकर सभी पार्षदों से ईमानदारी से वोट डालने की अपील की. वोटिंग प्रक्रिया शुरू होने से पहले बीजेपी और कांग्रेस के पार्षदों ने वोटिंग बॉक्स को देखा जिसके बाद वोटिंग प्रक्रिया शुरू हुई. मेयर कुलदीप कुमार के आदेशानुसार चुनाव प्रक्रिया डेढ़ घंटे के अंदर खत्म करने के लिए कहा गया था. बता दें कि चंडीगढ़ के नवनिर्वाचित मेयर कुलदीप कुमार ने 28 फरवरी को मेयर की कुर्सी संभाली थी. इसके बाद INDI गठबंधन और BJP के उम्मीदवारों ने सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए नामांकन दाखिल किया था. चंडीगढ़ सीनियर डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी की ओर से कुलजीत संधू का मुकाबला INDI गठबंधन के गुरप्रीत सिंह से था. वहीं, डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी के राजेंद्र शर्मा का मुकाबला INDI गठबंधन की निर्मला देवी से था. आंकड़ों के मुताबिक चुनाव में बीजेपी का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा था. दरअसल चंडीगढ़ नगर निगम में 35 पार्षद हैं. यहां 35 वोटों के साथ सांसद का भी वोट माना जाता है. AAP के 3 पार्षद बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, ऐसे में बीजेपी के पास बहुमत का आंकड़ा था. बता दें कि बीजेपी के पास 17 पार्षद और 1 सांसद का वोट मिलाकर 18 वोट है. निगम में 1 पार्षद शिरोमणि अकाली दल (SAD) का भी है, जिसने पिछली बार अपना वोट BJP को दिया था. वहीं, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के पास 10 पार्षद और कांग्रेस के पास 7 पार्षद हैं.”