ठेकेदार के दो नाबालिग बेटों की घर में घुसकर धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या एक आरोपी मुठभेड़ में ढेर दो फरार

मौके पर भारी पुलिस बल और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात

प्रखर बदायूं/एजेंसी। जिले की बाबा कॉलोनी में मंडी समिति पुलिस चौकी से मात्र पांच सौ मीटर की दूरी पर मंगलवार रात करीब आठ बजे ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बालकों आयुष (13), अहान उर्फ हनी (06) की धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई। तीसरा बेटा पीयूष (8) मामूली घायल हुआ है। उसे अस्पताल ले जाया गया। आरोपी दूसरे समुदाय के हैं। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मुख्य आरोपी साजिद पुलिस मुठभेड़ मारा गया है। वहीं दो आरोपी भागे हैं। विनोद की पत्नी संगीता और तीनों बच्चे घर पर थे। विनोद के घर के सामने ही अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा सखानू निवासी साजिद की बाल की काटने की दुकान है। संगीता अपने घर पर नीचे ब्यूटी पार्लर चलाती है। साजिद शाम चार बजे अपनी दुकान बंद करके चला गया था। रात आठ बजे साजिद अपने दो साथियों के साथ आया तो संगीता उसके लिए चाय बनाने अंदर को चली गई तब तक साजिद और उसके साथ के घर की तीसरी मंजिल की ओर चले गए। इतने में साजिद दो बच्चों आयुष और अहान को अपने साथ ऊपर ले गया। पीयूष से कहा कि पानी लेकर ऊपर आना है। जब तक वह पानी लेकर ऊपर पहुंचा साजिद ने धारदार हथियार से दो बच्चों की हत्या कर दी। तीसरे पीयूष पर चाकू से वार किया। वह चीखता हुआ नीचे आया। मां ने देखा तो शोर मचाया तो आसपास के लोग आ गए। मां-बेटे को बाहर खींच लिया। गेट बंद कर दिया तो दो आरोपी बाहर थे वे भाग गए। मुख्य आरोपी साजिद को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया।आसपास के लोग एकत्र हो गए और चौकी फूंकने की तैयारी करने लगे। वे आरोपी को जिंदा जलाना चाहते थे लेकिन तब पुलिस ने जैसे-तैसे उसे बचाया। इसके बाद भीड़ एकत्र हो गई। साजिद की दुकान तोड़कर सामान निकाला और सामान सड़क पर रखकर फूंक दिया। आसपास के चार खोखों को आग के हवाले कर दिया। लोग एक समुदाय के धर्मस्थल तक पहुंच गए लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। घटना के बाद शहर के लोगों का गुस्सा भड़का हुआ है। लोग सड़क पर उतर आए हैं। जाम लगा दिया है। दूसरे समुदाय के तीन चार खोखे फूंक दिए हैं। लोग दूसरे समुदाय के धर्मस्थल की ओर लोग बढ़ रहे थे भारी पुलिस बल और पैरामिलिट्री फोर्स लग गई है। एक आरोपी साजिद मौके पकड़ा गया है जिसे पुलिस चौकी लेकर गई थी जब लोगों को पता लगा तो उन्होंने चौकी घेर ली। इसके बाद लोगों ने पेट्रोल छिड़क उसे जिंदा जलाने का की बात कही तो पुलिस र भीड़ उसे जिंदा जलाना चाहती थी लेकिन पुलिस ने रोक दिया। हालात संभालना मुश्किल हो रहा था ,तो एसएसपी पहुंच गए । तीसरी मंजिल में कमरा और जमीन पर रक्तरंजित शव पडे़ थे जिसने भी देखा वह दहल गया। गुस्सा भड़का लोग एकत्र हुए तो हालात संभालना मुश्किल हो गया। पूरे जिले की फोर्स बुला ली गई है। बरेली रेंज आईजी डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि दो बच्चों की हत्या हुई है। तीसरा बच्चा घायल हुआ है। आरोपी के एनकाउंटर के सवाल पर आईजी ने कहा कि कठोर कार्रवाई के लिए कहा गया है।