न्याय की आस में प्रिया ने भी छोड़ी सांस- अतुल राय रेप केस मामला

– आत्महत्या से पहले वाराणसी के तत्कालीन एसएसपी समेत कई पुलिस अधिकारियों पर लगाया संगीन आरोप

– मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में पुलिस अधिकारियों से जांच शुरू

प्रखर दिल्ली। पूर्वांचल के घोसी लोकसभा से बसपा सांसद अतुल राय पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज करने कराने वाली पीता प्रिया राय भी न्याय की आस में आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई और दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के सामने खुद को आग लगाने वाली युवती ने भी तोड़ा दम, युवक की 21 को हो गई थी मौत। सुप्रीम कोर्ट के गेट नंबर डी के सामने युवक और युवती ने खुद को आग लगा ली थी। युवक की मौत के तीन दिन बाद युवती ने भी तम दोड़ दिया। आग से दोनों गंभीर रूप से झुलस गए थे जिन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां दोनों का इलाज चल रहा था। युवती की हालत काफी नाजुक थी और उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। बतादें कि बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने वाली युवती ने अपने साथी युवक के साथ 16 अगस्त सोमवार दोपहर सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह की कोशिश की थी। सुरक्षाकर्मियों और अन्य लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर दोनों को आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। सांसद के खिलाफ दर्ज मामले की सुनवाई नहीं होने से दोनों आहत थे। दोनों ने फेसबुक लाइव आकर उत्तर प्रदेश पुलिस पर इस मामले में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए वाराणसी के तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक समेत भेलूपुर सीईओ और वाराणसी रेंज के तत्कालीन आईजी अमिताभ ठाकुर पर भी गंभीर आरोप लगाए थे । इस मामले में पीड़िता और उसके साथी द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद योगी सरकार ने तत्परता दिखाते हुए सभी अधिकारियों से इस मामले में पूछ-ताछ शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार पीड़िता 24 वर्षीय प्रिया राय यूपी के बलिया और युवक सत्यम राय गाजीपुर का रहने वाला था। दोनों वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज के पूर्व छात्र और छात्र संघ के नेता रहे हैं । दोनों 16 अगस्त सोमवार को दोपहर में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और गेट नंबर-डी से अंदर घुसने की कोशिश की लेकिन उचित आईडी नहीं होने के कारण सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया था। करीब 12.20 बजे दोनों ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा लिया था। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई थी। पुलिस के अनुसार, युवती 85 फीसदी और युवक 65 फीसदी जला था। पुलिस को मौके से एक बोतल मिली थी। माना जा रहा है कि इसमें वे ज्वलनशील पदार्थ लेकर आए थे। पुलिस ने मौके पर फोरेंसिक टीम को भी बुलाया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अस्पताल ले जाते हुए युवती ने बयान दिया कि उसने बसपा सांसद के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।  मामला वाराणसी में चल रहा है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए वे सुप्रीम कोर्ट आए थे। इस हाई प्रोफाइल रेप केस मामले में न्याय की गुहार लगाते हुए पीड़िता और उसके साथी ने जो कदम उठाया वह कतई स्वीकार योग्य नहीं है। लेकिन आम आदमी न्याय के लिए कितना संघर्ष करता है और वह इस सिस्टम से कैसे हारता है। यह कहानी दोनों छात्र नेताओं ने समाज के सामने शीशे की तरह साफ कर दिया है।