ग़ाज़ीपुर- समय की पुकार का नाम था उदंतमार्तण्ड

प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की तरफ से जनपद मुख्यालय मिश्र बाजार स्थित कैंप कार्यालय पर हिन्दी पत्रकारिता दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने पत्रकारिता के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए सुधार करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस दौरान गौरीशंकर पाण्डेय सरस ने कहा की जिस हिंदी साप्ताहिक अखबार उदंतमार्तण्ड की याद में पत्रकारिता दिवस का आयोजन किया जाता है। वह हिन्दी अखबार की बुनियाद खड़ा करके गया। समय की मांग और खबरों की पहचान का अखबार था। उदंतमार्तण्ड का जिस अपने लक्ष्य के साथ अभ्युदय हुआ था। उसके बाद की जागृति पीढ़ी ने उसके माथे पर कलंक की कालिख लगा दी। पत्रकारिता में कलुषित आत्माओं के प्रवेश से राष्ट्र के चौथे स्तंभ की मर्यादा खंडित होने लगी है। पत्रकार भुवन चंद्र जायसवाल ने कहा कि प्रारंभिक पत्रकारिता और आज की पत्रकारिता में काफी कुछ बदलाव आया है। पहले खबरों की विश्वशनीयता ही अखबारो‌ की जान हुआ करती थी, जो अब सोशल मीडिया ने जल्दबाजी तथा वाहवाही लुटने के चक्कर मे समाचारों की विश्वसनीयता को भंग किया है। सबकुछ के बावजूद आज भी सर्वाधिक पाठक प्रिंट मीडिया पर काफी भरोसा करते हैं। जिसे प्रतिस्पर्धा के रूप में बड़ी चुनौती कहा जा सकता है।
इस मौके पर सत्येन्द्र नाथ शुक्ल, रमेश यादव, गोपाल पाण्डेय, रामचंद्र सिंह, रंगनाथ दुवे, शैलेन्द्र चौधरी विनय कुमार दुवे, सुजीत कुमार सिंह, सुभाष विंद आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्माकर पाण्डेय तथा संचालन विजय कुमार मधुरेश ने किया।