प्रखर गाज़ीपुर। इस वक्त पूर्वांचल की गाजीपुर लोकसभा सीट चर्चा में है। क्योंकि वहां से सुभासपा, निषाद पार्टी के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा अपने बेटे के लिए टिकट को लेकर भाजपा के अमित शाह जेपी नड्डा और मोदी का चक्कर लगा रहे हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर मंथन शुरू हो गया है। सूची जारी होने के बाद सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर शनिवार रात को ही दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। दोनों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत हुई। वहीं निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद पहले ही मिलकरबसीटों के मुद्दे पर चर्चा कर चुके हैं। हालांकि अभी भी सीटों की संख्या को लेकर पेच फंसा ही है। दोनों दल कम से कम दो-दो सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन भाजपा सिर्फ एक-एक सीट ही देना चाहती है। इसके अलावा बता दे किभाजपा पूर्वांचल की सलेमपुर, कुशीनगर, चंदौली, लालगंज, डुमरियागंज व जौनपुर समेत कई सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान भी कर चुकी है। जिन पर सुभासपा व निषाद पार्टी ने पहले ही दावेदारी ठोक रखी थी। सूत्र बताते हैं कि अमित शाह से मुलाकात के दौरान राजभर ने गाज़ीपुर सीट देने की बात रखी थी, लेकिन शाह ने इस मांग को टाल दिया। वही सूत्रों का कहना है कि गाज़ीपुर सीट के लिए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी अड़े हुए हैं। राजभर के बाद देर रात सिन्हा ने भी अमित शाह से मिलकर अपनी बात रखी है। कहा जा रहा है कि गाज़ीपुर सीट से मनोज सिन्हा अपने पुत्र अभिनव सिंह को मैदान में उतारना चाहते हैं।