3 वर्ष पूर्व हिंदू लड़की ने मुस्लिम युवक से किया था निकाह, आखिर क्या हुआ कि दोनों रविवार को हो गए सनातनी?


दिलचस्प है हर्षी (पुनम)- शाहनवाज (राहुल) की कहानी

प्रखर मुजफ्फरनगर/एजेंसी. जनपद के बघरा ब्लॉक में स्थित योग साधना स्वामी यशवीर जी महाराज आश्रम में रविवार को एक मुस्लिम दंपती ने पूरे रीति-रिवाज के साथ मंत्रोच्चार कर हिंदू धर्म में वापसी की. दरसअल शामली जनपद के कैराना निवासी शाहनवाज और पूनम नाम की एक युवती ने तीन साल पहले मुस्लिम रीति-रिवाज से निकाह कर लिया था. पूनम शादी के बाद हर्षी हो गई थी लेकिन आज शाहनवाज और हर्षी ने बघरा ब्लॉक स्थित योग साधना स्वामी यशवीर जी महाराज आश्रम में पहुंचकर पूरे रीति-रिवाज के साथ हिंदू धर्म में वापसी कर ली है. शाहनवाज नाम का यह युवक अब राहुल हो गया है तो वही हर्षी नाम की ये महिला अब फिर से पूनम बन गई है. हिंदू धर्म में वापसी कराने वाले स्वामी यशवीर जी महाराज ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों पति-पत्नी आश्रम में आए और सनातन धर्म में अपनी आस्था बताते करते हुए घर वापसी की प्रार्थना की. लड़की का नाम पहले पूनम था लेकिन कई वर्ष पूर्व इसने शाहनवाज नाम के युवक से निकाह कर लिया और इसका नाम हर्षी हो गया. आज इन्होंने घर वापसी की है. हमने हवन पूजन करके इनकों जनेऊ दी व गंगाजल का आचमन कराया. साथ ही गायत्री व दूसरे वेद के मंत्रों से हवन कराया एवं जय श्री राम का पटका पहनाया. दंपती को अपने सनातन धर्म की मूर्ति भेंट की. लड़की का नाम पहले पूनम था तो उसने अपना नाम पूनम ही रखा है एवं शाहनवाज ने अपना नाम राहुल रख लिया है. अयोध्या की पवित्र मिट्टी का भी इनको तिलक लगाया और आज इन्होंने सनातन धर्म में घर वापसी कर ली है. पूनम बनी महिला का कहना है कि उसने 3 वर्ष पूर्व मुस्लिम धर्म में शाहनवाज नाम के एक युवक से निकाह किया था लेकिन वहां पर सब लोग मीट-मछली खाया करते थे जो उसे पसंद नहीं था जिसके चलते उसने अपने पति से सलाह कर आज हिंदू धर्म में वापसी की है. मैंने अपने पति से सलाह करके उन्हें बोला कि हम हिंदू धर्म में जाएंगे एवं इसके बाद में यहां आई और मैंने आश्रम में आकर बात की. मैं उत्तराखंड की रहने वाली हूं. अच्छा नहीं लगता था बस यही दिक्कत थी, अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और हिंदू धर्म बहुत अच्छा है. वहीं, शाहनवाज से राहुल बने व्यक्ति का कहना है कि मैंने 3 साल पहले मुस्लिम धर्म से शादी की थी और मैं मुस्लिम गुर्ज था और मेरी वाइफ भी गुर्जर थी लेकिन वह हिंदू गुर्जर थी तो हमने शादी की थी. मुझे मुस्लिम धर्म अच्छा नहीं लगा इसलिए मैं हिंदू धर्म में आया हूं. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है एवं मैं कभी मंदिर वगैरह जाता था और पूजा भी करता रहता था.