पद्म विभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र की बेटी की मौत के मामले में हॉस्पिटल को क्लीन चिट

प्रखर वाराणसी। पद्म विभूषण पंडित छन्नू लाल मिश्रा की बड़ी बेटी की मौत के मामले में जिला प्रशासन ने पूर्ण विराम लगा दिया है. स्वास्थ्य विभाग ने मेडविन हॉस्पिटल को मामले में क्लीन चिट दे दी है. ऐसे में पंडित जी का पूरा परिवार इस रिपोर्ट से असंतुष्ट है और मामले को लेकर अब सीएम योगी से मुलाकात करने की बात कर रहा है। दरअसल, पंडित छन्नू लाल मिश्रा की पत्नी और बेटी का कोरोनो से निधन हो गया है. अप्रैल में पहले उनके पत्नी का निधन हुआ और बाद में उनकी बड़ी बेटी संगीता मिश्रा का निधन हो गया. संगीता के निधन के बाद पंडित जी का परिवार हॉस्पिटल प्रशासन के ऊपर लापरवाही का आरोप लगा रहा है और हॉस्पिटल में उनकी बेटी के एडमिट होने के दरम्यान के सीसीटीवी फुटेज की मांग कर रहा है.
पूरा मामला वाराणसी के मैदागिन स्थित निजी हॉस्पिटल मेडविन का है. जहां पंडित जी की बड़ी बेटी संगीता कोरोना के चपेट में आने के कारण एडमिट थी. 7 दिन एडमिट होने के बाद 29 अप्रैल के मध्यरात्रि उनकी मृत्यु हो गई. इस घटना के बाद उनकी छोटी बेटी ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल में हंगामा भी किया और जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की. जिसके बाद प्रशासन ने मामले में जांच कमिटी गाठित की. पंडित जी ने 20 दिन बीतने के बाद भी जब जांच रिपोर्ट न मिलने पर सवाल खड़ा किया तो जिला प्रशासन ने आनन-फानन में शाम होते ही पंडित जी को जांच रिपोर्ट सौंप दी. इस जांच रिपोर्ट में मेडविन हॉस्पिटल को क्लीन चिट दे दी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद पंडित जी की बड़ी बेटी नम्रता ने सवाल खड़ा किया है. वह रिपोर्ट को लेकर सीएम योगी से मिलने की बात कह रही हैं. उन्होंने एक बार फिर से घटना में सीसीटीवी फुटेज की मांग की है।