ग़ाज़ीपुर- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई संपन्न

प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। जिलाधिकारी एम.पी. सिंह की अध्यक्षता में गोबर धन सेल की बैठक राईफल क्लब सभागार में शुक्रवार की सायंकाल सम्पन्न हुइ। बैठक के दौरान पिछले बैठक मे दिये गये दिशा निर्देशो की समीक्षा की गयी, जिसमें गोबर धन योजना योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय कमेटी/गोबर धन सेल, गाजीपुर की बैठक दिनांक 10 सितंबर 2021 द्वारा जनपद गाजीपुर की ग्राम पंचातय करीमुद्दीनपुर विकास खण्ड बाराचवर में बायोगैस संयंत्र का निर्माण कराने हेतु कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग गाजीपुर का चयन किया गया था। इस क्रम में अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग गाजीपुर द्वारा मूल्य 29.82 लाख की धनराशि की कार्ययोजना प्रस्तुत की गयी। इस कार्ययोजना पर जनपद स्तरीय कमेटी/गोबर धन सेल गाजीपुर द्वारा पिछले बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ग्राम पंचायत करीमुद्दीनपुर में बायोगैस प्लांट स्थापित करने हेतु ग्रामीण अभियंत्रण विभाग गाजीपुर को निर्माण कार्य हेतु प्रथम किस्त के रूप में 60 प्रतिशत की धनराशि मूल्य 17.89 लाख रूपये की धनराशि का भुगतान किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया। इस क्रम में जिला पंचातय राज अधिकारी के पत्र दिनांक 14 मार्च 2022 द्वारा कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, गाजीपुर का बैक खाता संख्या एवं आई.एफ.एस.सी कोड उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध किया गया। जिसमें पी.एफ.एम.एस के माध्यम से धनराशि हस्तांतरित नही किया जा सकता। मिशन निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के पत्र दिनांक 21 सितंबर 2021 के क्रम में उर्जा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा इनपैनल्ड एजेंसी अथवा किसी निजी एजेंसी के चयन पर विचार किया गया। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने जिला स्वच्छ भारत मिशन मैनेजमेन्ट कमेटी की बैठक ली। बैठक में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत जिला स्वच्छता समिति के माध्यम से कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटर की सेवा विस्तार एवं बकाया मानदेय भुगतान, सर्वेक्षण कार्याे में लगे 90 स्वच्छाग्रहियों के भुगतान, लगाये गये मैनपावर के बकाया मासिक मानदेय भुगतान, अनुश्रवण एवं मूल्यांकन कार्य हेतु सम्बद्ध वाहनों के मासिक किराये एवं डीजल पर हुए व्यय का भुगतान, वित्तीय वर्ष 2022-23 में कराये जाने वाले कार्याे की वार्षिक कार्ययोजना तैयार किये जाने पर विचार एवं सामुदायिक शौचालय, व्यक्तिगत शौचालय, गोबर धन, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन ओ.डी.ओ.पी प्लस की समीक्षा की तथा सम्बन्धित अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये।