उमेश पाल हत्याकांड मामला! बरेली जेल पहुंचे अशरफ ने कहा एक अधिकारी ने कहा कि एक सप्ताह में निपटा दिए जाओगे

अगर ऐसा होता है तो मेरा बंद लिफाफा कोर्ट में या मुख्यमंत्री के सामने खोला जाए

प्रखर एजेन्सी। मंगलवार रात करीब डेढ़ बजे बरेली केंद्रीय जेल टू में दाखिल हुए अशरफ ने मीडिया से कुछ बातचीत की। कहा कि एक अधिकारी ने उसे धमकी दी है कि अभी बच गए हो, जेल से दो सप्ताह बाद निकालकर उसकी हत्या कर दी जाएगी। अशरफ ने कहा कि ऐसा हुआ तो उस अधिकारी का नाम लिखा मेरा बंद लिफाफा सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश और मुख्यमंत्री के सामने खुलेगा। जेल गेट में दाखिल होने से पहले पुलिस के वज्र वाहन में बैठे अशरफ ने मीडिया से लंबी बात की और कई सवालों के जवाब दिए। जब उससे पूछा गया कि 11 फरवरी को उससे कौन लोग मिलने आए थे तो उसने कहा कि जेल में जब कोई मिलने आता है तो एलआईयू के लोग सामने बैठते हैं और सीसीटीवी कैमरे लगे रहते हैं। ऐसे में कौन क्या योजना बना सकता है। कहा कि हाईकोर्ट का आदेश है कि किसी भी केस की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कराई जा सकती है फिर भी मुझे और मेरे भाई को जेल से निकाला गया। कहा कि यह भी आदेश है कि जेल से बाहर निकालते वक्त मेरा वकील मेरे साथ हो पर यहां देख लीजिए कोई वकील नहीं है। जब सफर के बारे में पूछा गया तो अशरफ ने कहा कि मेरा रोजा है। पानी पीकर रोजा खोला है। एक बिस्किट भी नहीं मिला है। अशरफ से पूछा गया कि अतीक अहमद से उसकी क्या बात हुई तो कहा कि यह हम दो भाइयों के बीच की बात है, आप लोगो को क्या बताएं। सद्दाम से मुलाकात के बारे में अशरफ ने सफाई दी कि मैं विधायक रहा हूं, वो मेरा साला है, तमाम लोग मुझसे जुड़े हैं पर मिलना कोई अपराध तो नहीं है। अशरफ ने कहा कि जब उमेश पाल का अपहरण हुआ और जब हत्या हुई, दोनों समय वह जेल में था तो उसने कहां से अपराध कर दिया। वह बरी होकर सामने खड़ा है। जेल में हत्या की आशंका को उसने बेबुनियाद बताया। कहा कि जेल में फिलहाल मुझे कोई खतरा नहीं है, जेल के बाहर खतरा है। जब गाड़ी पलटने का सवाल हुआ तो अशरफ ने कहा कि गाड़ी का क्या है, वह तो पंक्चर होकर भी पलट जाती है।