पीएम मोदी फिर बने दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता, 2014 से लगातार शीर्ष पर

0
120


अमेरिकी एजेंसी मॉर्निंग कंसल्ट ने किया है यह सर्वे

प्रखर एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता लिस्ट में नंबर वन पर पहुंच गए हैं। अमेरिकी एजेंसी मॉर्निंग कंसल्ट की 2024 की पहली तिमाही के लिए वर्ल्ड लीडर अप्रूवल रेटिंग रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 78 फीसदी लोग पीएम मोदी के कामकाज से संतुष्ट हैं और नरेंद्र मोदी को अपने नेता के तौर पर स्वीकृति देते हैं। इससे पहले दिसंबर 2023 की रिपोर्ट में भी पीएम मोदी 76 फीसदी अप्रूवल के साथ दुनिया में शीर्ष पर थे। इस बार 2 फीसदी ज्यादा लोगों ने पीएम मोदी के कामकाज पर संतुष्टि जताते हुए उन्हें अपने नेता के तौर पर मंजूरी दी है। इस सूची में पीएम मोदी के बाद 65 फीसदी अप्रूवल के साथ मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैन्युएल लोपेज ओब्रडोर दूसरे स्थान पर हैं। 63 फीसदी के साथ अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिली को तीसरा स्थान मिला है। चौथे स्थान पर 52 फीसदी के साथ पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क हैं। पांचवें स्थान पर स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति वियोला पैट्रीशिया एम्हर्ड को 51 फीसदी अप्रूवल रेटिंग मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व नेताओं के कामकाज और उन देशों में नेताओं की लोकप्रियता को लेकर किए जाने वाले सर्वेक्षणों में 2014 से ही शीर्ष पर रहे हैं। सबसे पहले 2014 में प्यू रिसर्च ने पीएम बनने के कुछ माब बाद ही मोदी के कामकाज और नेता के रूप में देश में उनकी स्वीकार्यता को लेकर सर्वेक्षण किया, जिसमें 78 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी का समर्थन किया। इसके बाद साल-दर-साल पीएम मोदी अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों के सर्वेक्षणों में शीर्ष पर रहे। कोविड के बाद मई 2022 में लोकल सर्कल के एक सर्वेक्षण में पीएम मोदी को 67% समर्थन मिला, जो उनका अब तक सबसे कम रेटिंग स्कोर है। जबकि, अप्रैल 2020 में आईएएनस-सीवोटर के एक सर्वेक्षण में 93% लोगों ने उनका समर्थन किया जो उनका सर्वोच्च स्कोर है। पश्चिमी मीडिया में पीएम मोदी की छवि को नकारात्मक रूप से पेश किए जाने पर लताड़ लगाते हुए नॉर्वे के पूर्व मंत्री एरिक सोल्हिम ने कहा कि नरेंद्र मोदी से पश्चिमी मीडिया भले ही कितनी भी ईर्ष्या करता हो लेकिन 78 फीसदी की अतुलनीय अप्रूवल रेटिंग के साथ पीएम मोदी फिर से दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता साबित हुए हैं। यही समय है कि पश्चिमी मीडिया को भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सकारात्मक कवरेज शुरू करना चाहिए।