ग़ाज़ीपुर- नगर पालिका प्रशासन ने बुलडोजर से अतिक्रमण को हटाया

प्रखर ब्यूरो मुहम्मदाबाद/गाज़ीपुर। स्थानीय कोतवाली अंतर्गत क्षेत्र के ट्रामा सेंटर के किनारे-किनारे किए गए अतिक्रमण को सलेमपुर मोड़ तक हटाया गया।
जानकारी के अनुसार नगर पालिका द्वारा बुलडोजर से ट्रामा सेंटर के किनारे-किनारे नालियों के ऊपर रखी गई दुकानें और गुमतीयों को हटाया गया। इस सड़क पर अतिक्रमण इस कदर बढ़ गया था कि सड़क की चौड़ाई कम पड़ गई थी। जिसके कारण आए दिन कोई न कोई दुर्घटना अवश्य होती थी। सड़क की पटरियों के दोनों तरफ से नालों पर अतिक्रमण होने से उसकी सफाई भी बधित थी, जिससे नाले का गंदा पानी बहना बंद हो गया था। साथ ही बरसात के दिनों में सड़क पर नाले का गंदा पानी नदी का रूप ले लेता था। इससे पैदल चलने वालों के साथ साथ वाहनों का भी चलना दूभर हो जाता था। बताते चलें कि विगत 2 दिनों से ध्वनि विस्तारक यंत्र द्वारा यह प्रचार किया जा रहा था कि सड़क के किनारे अतिक्रमण को हटा लिया जाए अन्यथा शासन द्वारा दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज दिन मंगलवार 24 मई को नगर पालिका प्रशासन ने बुलडोजर से अतिक्रमण को हटाना आरंभ कर दिया। यह अतिक्रमण ट्रामा सेंटर से लेकर बलिया जाने वाली सड़क के किनारे किनारे सलेमपुर तक के अतिक्रमण को हटा दिया गया। परिणाम स्वरूप इससे यातायात में लोगों को कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े। अतिक्रमण के कारण कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। अतः इन दुर्घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता नगर पालिका, मुहम्मदाबाद, तहसीलदार देवेंद्र सिंह, नायब तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव, कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार मिश्रा, शाहनिंन्दा चौकी प्रभारी कृष्ण प्रताप सिंह, अपने सदल बल के साथ अतिक्रमण को हटाने में उपस्थित थे। अतिक्रमण को हटाते समय काफी संख्या में नागरिक उपस्थित थे तथा कुछ लोग पहले से ही सड़क के किनारे रखे गए गुमतियों को हटाकर अनयंत्र ले जाने लगे। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से आरंभ हुआ और दोपहर 2 बजे तक चला। इसके अंतर्गत सैकड़ों गुमटीओ को हटा दिया गया तथा सड़क के किनारे-किनारे सभी अतिक्रमण को हटा दिया गया। जो दुकान के आगे टीनसेड लगे थे उन्हें भी हटाया गया। साथ ही यह चेतावनी दी गई कि यदि पुनः इस तरह अतिक्रमण फैलाया गया तो दंडात्मक कार्रवाई के साथ-साथ 1000 से लेकर 10000 तक का जुर्माना भरना पड़ेगा।