केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने इसकी घोषणा कर दी है
प्रखर एजेंसी। आगामी बोर्ड परीक्षाओं पर भी कोरोना वायरस का असर देखने को मिल रहा है, जिसके चलते विद्यार्थियों के लिए एक राहत भरी खबर है। कोरोना खतरे को देखते हुए जनवरी-फरवरी 2021 में तो बोर्ड परीक्षा नहीं होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने इसकी घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि जनवरी-फरवरी में किसी बोर्ड की परीक्षा नहीं होगी। बोर्ड परीक्षाओं को लेकर फैसला बाद में किया जाएगा। देशभर के शिक्षकों के साथ सीधा संवाद करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने यह घोषणा की। निशंक पहले भी कह चुके हैं कि विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। 10 दिसंबर को कहा था कि परीक्षाएं मार्च में ही आयोजित कराने की कोई अनिवार्यता नहीं है। अभिभावकों ने बोर्ड की परीक्षाएं मई महीने के दौरान कराने की मांग की है। इसी महीने, निशंक ने कहा था कि, छात्रों को परीक्षा के नए पैटर्न के आधार पर तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। परीक्षा मार्च महीने में आयोजित कराने की कोई अनिवार्यता नहीं है। कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखकर ही परीक्षा की तिथियां तय की जाएंगी। प्रैक्टिकल भी किसी भी एंट्रेस एग्जाम की तारीख पर नहीं होंगे। साल 2021 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीबीएसई ने 30 फीसदी सिलेबस को कम किया है। मार्कशीट से फेल शब्द को हटा दिया गया है, अब कोई फेल नहीं होगा। सीबीएसई की परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होंगी। आगामी परीक्षा विद्यार्थियों को पहले की तरह कागज-पेन से ही देनी होगी। सीबीएसई अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि बोर्ड परीक्षाओं को ऑनलाइन करवाने का कोई प्रस्ताव ही नहीं है। ये परीक्षाएं बीते वर्षों की तरह सामान्य लिखित रूप में ली जाएंगी। हालांकि इसकी डेट अभी तय नहीं हुई है। वहीं, बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच तमाम तरह की चर्चाएं हो रही है। अबतक कोविड के चलते देशभर के स्कूल कॉलेज पूरी तरह से नहीं खोले जा सके हैं। बोर्ड परीक्षाओं के रजिस्ट्रेशन से लेकर कक्षा संचालन तक सारे कार्य वर्चुअल या ऑनलाइन तरीके से संचालित हो रहे हैं।