कैसे पास होंगे 10 वीं व 12 वीं के छात्र, यूपी सरकार ने बनाया यह फार्मूला

प्रखर एजेंसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा रद्द कर दी है। इस फैसले से 26,10,316 विद्यार्थियों को फायदा होगा। इसके साथ ही हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के रिजल्ट निकालने के लिए फार्मूला भी तय कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सीबीएसई परीक्षाओं को रद्द करने के बाद यूपी सरकार द्वारा इंटरमीडिएट परीक्षा रद्द करना तय माना जा रहा था। गुरुवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में इंटरमीडिएट की परीक्षा रद्द करने पर मुहर लगा दी गई।
 बाद में उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने परीक्षा रद्द करने व रिजल्ट के फार्मूले के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि माध्यमिक स्तर की सभी कक्षाओं में अब विद्यार्थी प्रोन्नत होंगे। हाईस्कूल की परीक्षा पहले ही रद्द की जा चुकी है।  उन्होंने बताया कि हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की वर्ष 2021 की परीक्षा के सभी संस्थागत परीक्षार्थियों को अगली परीक्षा में अपनी इच्छा के अनुसार एक विषय में या अपने सभी विषयों की परीक्षा में शामिल होकर अपने अंकों में सुधार करने का मौका दिया जाएगा। यह अंक 2021 की हाईस्कूल या इंटरमीडिएट परीक्षा के अंक ही माने जाएंगे।  सत्र नियमितीकरण के तहत अब अगली कक्षा में ऑनलाइन कक्षाएं प्रारंभ की जा सकती है और कक्षा बारहवीं के उत्तीर्ण छात्रों को उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेने में कठिनाई नहीं होगी। इससे पहले हाईस्कूल की परीक्षा भी रद्द की जा चुकी है। इस वर्ष हाईस्कूल में 29.94 लाख विद्यार्थी पंजीकृत थे। 
कोर्स कम करने वाला पहला राज्य था यूपी
डा दिनेश शर्मा ने कहा कि यूपी देश का पहला राज्य था जिसने जुलाई 2020 में ही कोरोना संक्रमण के कारण पाठ्यक्रम में 30 फीसदी की कमी कर दी थी। लॉकडाउन की शुरुआत से ही ऑनलाइन कक्षाओं के साथ दूरदर्शन, स्वयं प्रभा चैनल, ई-विद्या चैनल, वर्चुअल स्कूल तथा यूट्यूब और माध्यमिक शिक्षा परिषद के ई-ज्ञानगंगा के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया गया। 29 लाख से अधिक व्हाटसएप ग्रुप प्रधानाचार्य, शिक्षक व छात्रों के बनाए गए और इसकी लगातार मॉनिटरिंग भी की गई। हमने परीक्षा की अवधि पहले ही 15 दिन में सीमित कर दी थी और इस वर्ष सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ा दी गई थी। लेकिन कोरोना संक्रमण और शैक्षिक सत्र को नियमित करने के कारण हम परीक्षाएं नहीं करवा रहे हैं। परीक्षार्थियों के कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा के प्राप्तांकों और कक्षा-11 के वार्षिक परीक्षा के प्राप्तांकों के औसत के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा। यदि कक्षा 11 की वार्षिक परीक्षा के नम्बर नहीं होंगे तो कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा के नम्बरों को जोड़ा जाएगा।
– इंटरमीडिएट के जिन संस्थागत व व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उपरोक्त प्राप्तांक नहीं होंगे उन्हें सामान्य रूप से प्रोन्नत किया जाएगा। उन्हें केवल कक्षोन्नति का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। 
हाईस्कूल का रिजल्ट-
 -परीक्षार्थियों के कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा के प्राप्तांकों और उनके कक्षा-10 के प्री-बोर्ड परीक्षा के प्राप्तांकों के औसत के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा। 
– हाईस्कूल के जिन संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उपर्युक्त प्राप्तांक उपलब्ध नहीं होंगे, उन्हे सामान्य रूप से कक्षा-11 में प्रमोट कर दिया जाएगा। उन्हें केवल कक्षोन्नति का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।