विशाल प्रोटेक्शन फ़ोर्स की इच्छाशक्ति से 5 वर्षो से असि पर जमी मिट्टी अब हो जायेगी साफ़ (वीडियो)

0
395


वाराणसी नगर निगम की लापरवाही से पिछले 5 वर्षों से यहाँ जमा थी गंदी मिट्टी

माँ गंगा और असि के प्रति हम है पूरी तरह आस्थावान- विशाल प्रोटेक्शन फ़ोर्स

प्रखर वाराणसी। अस्सी घाट का काफी हिस्सा कीचट मिट्टी से पिछले 5 वर्षो से ढका पड़ा था, जिसकी सुध लेने वाला कोई नही था। लेकिन विशाल प्रोटेक्शन फ़ोर्स ने इसे साफ करने का बीड़ा उठाया है। बतादे कि प्रशासन व नगर निगम की लापरवाही से असि घाट अपने वास्तविक स्वरूप में नही आ रहा था। वही नमामि गंगे के तहत कार्य कर रही विशाल प्रोटेक्शन फ़ोर्स ने माँ गंगा के प्रति अपना दायित्व निभाते हुए 5 जेसीबी से सालों से जमी मिट्टी को हटाने का काम पिछले 3 दिनों से शुरू कर दिया है। वही घाटों पर रहने वालो का कहना है कि इस साफ- सफाई से माँ गंगा और असि का पुराना रूप लौट आएगा। इसके अलावा स्थानीय घाट वासियो का कहना है कि यह मिट्टी पिछले कई वर्षो से ऐसे ही थी लेकिन गंगा सफाई करने वाली संस्था की इच्छा शक्ति से यह सब सम्भव हो सका। नगर निगम व वीडीए की घोर लापरवाही का यह नतीजा रहा कि असी का ये हाल था। इनकी लापरवाही से सालों से मिट्टी को हटाया नहीं गया था।
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे ने घाटो के साफ-सफाई की जिम्मेदारी विशाल प्रोटेक्शन फ़ोर्स को दी है। इस कंपनी के ऑपरेशन मैनेजर जेपी सिंह व विकाश सिंह ने बताया कि हम माँ गंगा के प्रति आस्थावान है और हर हाल में माँ गंगा को हम साफ करेंगे लेकिन नगर निगम के दुर्व्यवहार से हमलोग काफी आहत है। आये दिन ये लोग परेशान किया करते है। हम जल्द ही असि घाट को पूरी तरह साफ कर देंगे। उनका कहना है कि करीब 30 फीट से भी ज्यादा खुदाई करने के बाद घाटों से मिट्टी निकली जा रही है। इस बाबत गंगा सेवा समिति के बलिराम मिश्र का कहना है कि पुराने अस्सी घाट पर 9 प्लेटफार्म थे, वहीं नए अस्सी घाट पर 7 प्लेटफॉर्म थे। वर्तमान में दोनों घाटों पर केवल 3 प्लेटफॉर्म ही दिखाई दे रहे हैं। बाकी सब 5 साल से भी अधिक समय से मिट्टी में दबे हैं। लेकिन कार्यदायी संस्था जिस तरह कार्य कर रही है, अब जल्द ही इसका वास्तविक स्वरूप लौट आएगा। तमाम लोग यहाँ आये और फ़ोटो खिचवाकर चले गए लेकिन, घाटों का पुराना स्वरूप नहीं लौट सका। असि घाट मुख्य पर्यटन केंद्रों में भी आता है। शाम को असि घाट पर युवाओ, सैलानियों और लोगों की भीड़ जमा हो जाती है। यहा कि गंगा आरती भी देखने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। मिट्टी और सिल्ट साफ होने से काफी जगह और बन जाएगी। लोगो का कहना है कि गंदी मिट्टी हटने के बाद यहाँ का नजारा अलग ही होगा।