ग़ाज़ीपुर- विश्व टीबी दिवस पर जिलाधिकारी करेंगे क्षय रोग के मुख्य दो कार्यक्रमों की लांचिंग

– जनपद के 700 टीबी मरीजों को जिलाधिकारी सहित तमाम जिम्मेदार अधिकारी लेंगे गोद

प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। क्षय रोग या टी.बी एक संक्रामक बीमारी है, जिससे प्रति वर्ष लाखो लोग मौत का शिकार होते हैं। पूरे भारत में यह बीमारी बहुत ही भयावह तरीके से फैली है। क्षय रोग के इस प्रकार से विस्तार पाने का सबसे बड़ा कारण है इस बीमारी के प्रति लोगों में जानकारी का अभाव। विश्व क्षय रोग दिवस पूरे विश्व में 24 मार्च को घोषित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के विषय में जागरूक करना और क्षय रोग की रोकथाम के लिए कदम उठाना है। इसी को लेकर 24 मार्च को जिलाधिकारी के द्वारा दो कार्यक्रमों का लॉन्चिंग जिला अस्पताल से किया जाएगा। इसी को लेकर समस्त ब्लॉकों के सीएचओ को एक दिवसीय प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में किया गया, जिसका शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरगोविंद सिंह के द्वारा किया गया।
डीपीसी डॉ. मिथिलेश सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर टीबी की सेवाओं का विस्तार हेतु 24 मार्च 2022 से 13 अप्रैल 2022 तक कुल 21 दिन विशेष अभियान चलाकर क्षय रोगियों को खोजे जाने और उनका डाटा पोर्टल पर अपलोड करने के संबंध में ब्लॉक से आए हुए सभी सीएचओ को प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दिया गया। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के लिए शासन के द्वारा 2025 तक खात्मे का लक्ष्य रखा गया है। इसी को लेकर तमाम तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों आए शासनादेश के क्रम में 0 से 18 वर्ष के क्षय रोगी और 18 वर्ष से ऊपर के क्षय रोगी जिनकी संख्या जनपद में 700 है और इन सभी मरीजो को जनपद स्तरीय अधिकारियों को गोद लेकर इन्हें दवाखाने के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि इन मरीजों की जब तक दवा चलेगा तब तक मरीजों को दवा खाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ ही इन मरीजों को प्रतिमाह मूंगफली, भुना चना, गुण, सत्तू, तिल या गजक के साथ ही अन्य न्यूट्रिशन का समान 1 किग्रा मिलाकर एक किट बनाकर प्रतिमाह इन मरीजों को उपलब्ध कराना है। जनपद में लक्षित 700 टीबी के मरीज को जिला अधिकारी के द्वारा दो, मुख्य विकास अधिकारी दो, मुख्य चिकित्सा अधिकारी दो के साथ ही डीएम के निर्देश पर जनपद के अन्य अधिकारियों को भी गोद लेकर उनके पोषण और ठीक होने तक देखरेख करना होगा। इसी क्रम में जिलाधिकारी की पहल पर सुखबीर एग्रो के जीएम, महिला पीजी कॉलेज की प्राचार्य एवं अध्यापक, पीजी कॉलेज गाजीपुर के प्रबंधक, प्राइवेट बस एसोसिएशन सहित तमाम निजी संस्थाओं के माध्यम से भी इन मरीजों को गोद लिए जाने का क्रम जारी है।
आज के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से क्षय रोग के नोडल डॉ. मनोज सिंह, अनुराग पांडे, सुनील वर्मा, वेंकटेश्वर प्रसाद के द्वारा दिया गया। साथ ही इस कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.पी. सिन्हा और डॉ. के.के. वर्मा की मौजूदगी रही।