पोखरे में नाव पलटी युवक बना मसीहा 4 को बचाया दो की मौत

प्रखर एजेंसी। गोरखपुर के गीडा क्षेत्र के गांव बनगांवा स्थित पोखरे में रविवार की दोपहर छोटी नाव (डोंगी) पलटने से आकाश (18) और नंदेश्वर (18) की मौत हो गई। इन दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। पोखरे में डूब रहे तीन अन्य किशोरों को एक युवक ने बचा लिया, जबकि एक किशोर खुद तैरकर बाहर निकल आया। जानकारी के मुताबिक, बनगांवा ग्राम पंचायत में पूरब तरफ एक पुराना पोखरा है। इसमें पट्टे पर मछली पालन होता है। गत शनिवार को पोखरे की सफाई हुई थी। इसके लिए छोटी नाव मंगाई गई थी। नाव पोखरे के किनारे रस्सी से बांधी गई थी। रविवार दोपहर डेढ़ बजे गांव के कुछ युवक व किशोर पोखरे में नहाने गए। इसी दौरान युवराज (12) पुत्र अमित, ननिहाल आए सत्यम (12), हिमांशु (13) पुत्र किशोर, चंदन (16) पुत्र सुभाष, आकाश (18) पुत्र विशुनदयाल गौड़ व नंदेश्वर (18) पुत्र कृष्णभान छोटी नाव पर सवार होकर पोखरे के बीच में चले गए। इस बीच नाव पलट गई और उसपर सवार किशोर-युवक डूबने लगे। शोर सुनकर गांव के अनूप गौंड़ आए और पोखरे में कूदकर युवराज, सत्यम और हिमांशु को पानी से बाहर निकाल लिया। चंदन स्वयं तैरकर बाहर आ गया, लेकिन आकाश और नंदेश्वर गहरे पानी में डूब गए। ग्रामीणों के साथ-साथ गीडा पुलिस ने भी आकाश और नंदेश्वर की तलाश की। बाद में एसडीआरएफ की टीमें बुलाई गईं। कुछ देर तक तलाश के बाद एसडीआरएफ की टीम ने आकाश व नंदेश्वर का शव बरामद कर लिया। नाव पलटने से दो युवकों की मौत के चलते बनगांवा में मातम छाया हुआ है। रविवार की शाम को गांव के अधिकांश घरों में चूल्हे नहीं जले। गांव के तमाम लोग दोनों युवकों के शव का पोस्टमार्टम कराने जिला अस्पताल गए हुए थे।
रविवार की दोपहर में अचानक ही पोखरे में नाव पलटने व छह लोगों के डूबने की घटना से गांव में हाहाकार मच गया। पूरा गांव पोखरे के किनारे उमड़ पड़ा। जिनके घर के बच्चे सुरक्षित बच गए थे, वे तो भगवान को धन्यवाद दे रहे थे लेकिन, जिन दो घरों के युवक लापता थे, उनके परिजन बदहवास थे। जैसे ही शव मिला, महिला व पुरुष चीख पड़े। एसडीएम सुरेश कुमार राय ने कहा कि परिजनों को शासन की तरफ से मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।तालाब में डूब रहे किशोर व युवकों की चीख-पुकार सुनकर गांव के अनूप गौंड़ आए और खुद की जान की परवाह किए बगैर पोखरे में कूद पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अनूप ने बहादुरी का परिचय देते हुए किशोर युवराज, सत्यम और हिमांशु को सकुशल पानी से बाहर निकाल लिया। अनूप की बहादुरी को सब सराह रहे हैं। पुलिस, प्रशासनिक अफसरों और एसडीआरएफ की टीम ने अनूप को शाबाशी दी है।