ग़ाज़ीपुर- 1 साल से टेंडर पास होने पर भी नहीं शुरू हुआ आजतक काम

प्रखर ब्यूरो नगसर/ग़ाज़ीपुर। स्थानीय क्षेत्र के असाव से सोनहरिया मार्ग पर मरम्मत कार्य करने व दुरुस्त करने के लिए पिछले एक साल से पास होकर टेण्डर होने के बाद भी अब तक काम शुरू नही होने से असाव सोनहरिया सहित क्षेत्रीय लोगो मे आक्रोश व्याप्त है और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही करने का समय सीमा और कागज में ही काम दिखाकर पैसा उतारने की बात सुन कर क्षेत्रीय लोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है कि भाजपा के सरकार में भी यह सब सम्भव है, सिर्फ झूठी कहानी कब तक चलेगी, फर्जीवाड़ा कब तक होगा, इसका नतीजा भुगतने के बाद भी अपने जिले के भाजपाई अपने करनी से बाज नही आ रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि अगर इस मार्ग को बारिश से पहले नही बनाया गया तो अनशन और प्रदर्शन कर जनप्रतिनिधियों को जगाया और इसमें कुछ भी अनहोनी होती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की होगी। सोनहरिया, असाव, विशुनपुरा, अवंति, नगसर, गोहन्दा, नूरपूर, भुवालचक, चवरी, महुवारी, फुल्ली, टिसौरी सहित दर्जनों गांव के लोगो का यह सम्पर्क मार्ग होने से एक किलोमीटर की दूरी को दस किलोमीटर में तय करना पड़ेगा। इन्द्रजीत तिवारी,अलगू कुशवाहा, रामदुलार राम, सिंघासन व सोनहरिया के शेषमुनि, प्यारेलाल, बृजकिशोर नन्दलाल सहित सैकड़ों क्षेत्रीय ग्रामीण आक्रोशित हैं।
ईस विषय में जिलापंचायत सदस्य बसन्त यादव ने बताया कि इस मार्ग को जल्दी बनवाने के लिए चुनाव से पहले और बाद में भी कई बार विभाग को पत्रक दिया हूँ। लेकिन सरकार की मनमानी और अधिकारियों की घोर लापरवाही बरतने का नतीजा है कि टेण्डर होने व पैसा पास होने के एक वर्ष होने के बाद भी इस मार्ग पर अब तक काम भी चालू नही हुआ और अब बारिश होने के बहाने बनाकर कागज में ही पैसा उतार लिया जाएगा। सरकार व विभागीय अधिकारियों की यह मनमानी नही चलने दिया जाएग और धरना प्रदर्शन कर क्षेत्रीय लोगो के साथ रहने का काम करूंगा। इस मार्ग के विषय मे पीडब्ल्यूडी के क्षेत्रीय जेई अमित सिंह यादव ने बताया कि सड़क पास हो गई है। बीच मे आचारसंहिता लगने की वजह से कार्य मे बिलम्ब हो गया था। अब जल्दी ही कार्य चालू करके एक सप्ताह के भीतर कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। बड़े अधिकारी और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की घोर लापरवाही और मनमानी करने का ही यह नतीजा है कि एक वर्ष पहले का पैसा व टेण्डर होने के वावजूद अबतक कोई कार्य नही हुआ और किसी के ऊपर इसका कोई असर नही हुआ। सरकार व जनप्रतिनिधियों की इस लापरवाही बरतने की सजा आमजनता भुगत रही है।