आजमगढ़ जिला जेल में जांच टीम को मिली आपत्तिजनक सामग्री संबंधित मौन, पूर्व में 12 मोबाइल हुआ था बरामद


प्रखर आजमगढ़। जिला जेल पर डीएम-एसपी के औचक निरीक्षण में 12 मोबाइल की बरामदगी के बाद से ही शासन की पैनी नजर है। ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच मंगलवार को जेल का बरेली कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत यादव के नेतृत्व में पहुंची टीम ने औचक निरीक्षण किया। जेल में चले तलाशी अभियान में कई आपत्तिजनक सामग्री मिलने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन कोई भी बरामदगी के बाबत कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। एक सप्ताह पूर्व मंगलवार को जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज व एपी अनुराग आर्य ने जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान जेल से 12 मोबाइल, चार चार्जर, 98 पुड़िया गांजा, एक टीवी समेत आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई थी। अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी तो ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हो गई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार, जेलर राजेंद्र सरोज, डिप्टी जेलर श्रीधर समेत तीन अन्य कर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
वहीं, एसपी के निर्देश पर सिधारी थाने में आठ बंदियों के खिलाफ भी मुकदमा पंजीकृत कराया गया। इसके साथ ही दो दिन पूर्व ही शासन ने आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू के छह कारिंदों को बरेली, आगरा, इटावा आदि जेल स्थानांतरित कर दिया। मंगलवार को एक बार फिर जेल का औचक निरीक्षण हुआ। इस बार बरेली जेल अधीक्षक शशिकांत यादव के नेतृत्व में टीम पहुंची थी। टीम में 50 से अधिक लोग शामिल थे और तलाशी अभियान के सारे साजो-सामान से लैस थे। दिन में दो बजे से शुरू हुए तलाशी अभियान में जेल परिसर के चप्पे-चप्पे की पड़ताल की गई। सूत्रों की मानें तो जेल में एक बार फिर आधा दर्जन मोबाइल समेत आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है, लेकिन कोई जिम्मदार इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।