बड़ा खुलासा! बीएचयू में ईलाज कराने वाले सावधान, 12वीं के छात्र बीएचयू में कर रहे जूनियर डॉक्टर का काम


डॉक्टरों की जगह फर्जी इंटर्न देखते थे मरीज, बदले में प्रतिदिन 600 से 800 रुपये भी मिलने की बात आई सामने

बीएचयू के सुरक्षा निरीक्षक अरुण कुमार ने दर्ज कराया केस

प्रखर वाराणसी। बीएचयू में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसे सुनकर आप भी बड़ी समस्या में आ सकते है। बतादे कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरल लाल हॉस्पिटल में पिछले दिनों तीन फर्जी इंटर्न पकड़े गए थे। ये 12वीं पास फर्जी इंटर्न बीएचयू के आईएमएस के एमबीबीएस छात्रों की जगह अस्पताल में इंटर्न बनकर मरीजों का इलाज कर रहे थे। इसके बदले इन्हें प्रतिदिन 600 से 800 रुपये भी मिलते थे। अब यह मामला गरमा गया है। फर्जी इंटर्न रखने के घेरे में सीनियर डॉक्टर भी आ गए हैं। इस फर्जीवाड़े में अभी तक 2017 बैच के एमबीबीएस पासआउट चार डॉक्टरों का नाम सामने आया है। इनके खिलाफ बीएचयू के सुरक्षा निरीक्षक अरुण कुमार के कहने पर केस दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि अभी तक भले ही तीन इंटर्न हत्थे चढ़े हों, लेकिन इनकी संख्या दो दर्जन से अधिक हो सकती है। ये फर्जी इंटर्न उन एमबीबीएस स्टूडेंट्स से संपर्क साधते थे, जिन्हें छुट्‌टी की आवश्यकता होती थी। बीएचयू में एमबीबीएस स्टूडेंट्स की जगह इंटर्नशिप कर रहे आरोपियों की पहचान वाराणसी के विशेश्वरगंज की प्रीति चौहान, मिर्जापुर अदलहाट के मोहित सिंह और सोनभद्र के अनपरा के अभिषेक सिंह के रूप में हुई है. ये आरोपी एबीबीएस पासआउट डॉ. नितिन सौमिक डे, डॉ. शुभम और डॉ. कृति की जगह काम कर रहे थे। इन सभी के खिलाफ वाराणसी के लंका थाने में केस दर्ज कर लिया गया है।