पार्ट टाइम वर्क वाले ठग पहले मांगते हैं पैसा, नही देने पर कोर्ट का नाम लेकर देते हैं धमकी

लीगल नोटिस के नाम पर मांगते हैं पैसा एक बार पैसा देने के बाद कई बार नोटिस इत्यादि हटाने के नाम पर बार-बार करते हैं वसूली

साइबर क्राइम से जुड़े एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि ऐसे ठगों से रहे सावधान

प्रखर डेस्क। साइबर क्राइम का दायरा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। आए दिन साइबर क्राइम का मामला साइबर क्राइम थानों अन्य थानों में प्रकाश में आता है। किसी का पैसा, किसी का पैसा उसके खाते से ठगी करने का मामला हो या फिर लॉटरी के नाम पर पैसे वसूली का मामला, साथ ही अन्य कई प्रकार के मामलों में बहुत सारे केस आए दिन थानों में पहुंचते हैं और पीड़ित परेशान होकर थाने का चक्कर लगाते रहते हैं। लेकिन इसका कोई निवारण नहीं हो पाता, क्योंकि सरकार ने अभी तक इस पर सख्त कानून नहीं बनाया है। लेकिन प्रत्येक जिलों में साइबर थानों का गठन कर दिया गया है। लेकिन उन थानों में भी अभी उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। इन दिनों एक नए प्रकार के साइबर ठगों का गिरोह आए दिन सक्रिय है। जो गुजरात के सूरत व अहमदाबाद इत्यादि जगह से सक्रिय होकर ओएलएक्स व क्विकर सहित इत्यादि सोशल प्लेटफॉर्म से लोगों का नंबर निकाल कर उन्हें मैसेज करता है कि आपको पार्ट टाइम काम दिया जाएगा । इसके एवज में आपसे कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। जिस पर लोग तैयार हो जाते हैं। लेकिन फिर बाद में इनका पैसे व डराने का काम शुरू करते हैं। अगर काम नहीं पूरा करते हैं या फिर काम पूरा भी करते हैं तो उसने गलती निकाल कर कोर्ट की लीगल नोटिस के नाम पर धमकी दी जाती है। जिससे डरकर कुछ लोग पैसे दे दे देते हैं। पैसे देने के बाद भी यह नहीं रुकते और भी कई मदों में लीगल नोटिस कोर्ट का नाम लेकर पैसे मांगते रहते हैं । अब बड़ा सवाल यह है कि यह ठग कोर्ट का नाम लेकर कोर्ट की अवमानना तो कर रहे हैं, लेकिन सरकार इन पर अभी तक कोई सख्ती नहीं बरत पाई है। इस पर स्वयं प्रखर पूर्वांचल ने भी अपने खोजबीन में जब इन से जुड़कर काम शुरू किया तो ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। प्रखर पूर्वांचल की खोजी टीम अपनी पहचान छुपा कर पार्ट टाइम कार्य करना शुरू किया तो इनकी पोल खुल कर सामने आई। फिर भी ये लोग फोन पर खोजी टीम को भी कोर्ट की धमकी देते हुए कई मैसेज भी भेजे है, जो हमारे कार्यालय में सुरक्षित रखा गया हैं। तब प्रखर ने इस पर कई खबरें की जिसके बाद इन लोगों का चेहरा लोगों के सामने खुलकर आ चुका है, लेकिन फिर भी यह लोग अपनी मनमानी करने से नहीं रुक रहे। ऐसे हजारों मामले उत्तर प्रदेश के कई जिलों सहित अन्य प्रदेशों में भी देखने को मिले हैं। जिनमें प्रखर पूर्वांचल से बातचीत कर लोग अपनी व्यथा बता चुके हैं, अब देखना यह है कि सरकार इन पर किस प्रकार की कार्रवाई करती है। आगे भी प्रखर पूर्वांचल इसी कड़ी में आपको इन ठगों के कारनामों से अवगत कराता रहेगा।