प्रखर ब्यूरो मरदह/ग़ाज़ीपुर। पूर्व संचार मंत्री के जनपद में संचार व्यवस्था ध्वस्त बिजली गायब नेटवर्क गायब, यह हाल है स्थानीय दूरभाष केंद्र का जहां बिजली रहने पर ही बीएसएनल उपभोक्ताओं को मोबाइल से बात हो पाती है और बिजली गायब होते ही मोबाइल खिलौना बन जाता है। यह हाल है कि देश के पूर्व संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के जनपद में स्थापित बीएसएनल दूरभाष केंद्र का। विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को निर्बाध गति से सेवा उपलब्ध कराने हेतु बिजली के न रहने पर जनरेटर की सुविधा भी दूरभाष केंद्र पर उपलब्ध कराया गया है, परंतु वह जनरेटर भी शोपीस बनकर रह गया है। कारण की विभाग द्वारा जनरेटर को चलाने के लिए डीजल उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। अब सवाल यह है कि जिले के पूर्व संचार मंत्री के जनपद में विभाग की यह हालत है तो अन्य जनपदों का क्या हाल होगा। जहां एक तरफ वर्तमान संचार मंत्री ने पूरे देश में नेटवर्क का जाल फैला कर उपभोक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने का प्रयास व वादा किये थे, वह सिर्फ कागजों में दम तोड़ रही है। वहीं विभाग के कुछ अधिकारी सरकार की योजनाओं में पलीता लगाने में लगे हुए हैं। यह हाल है देश की नामी कम्पनी बीएसएनल व अग्रणी कम्पनी का दावा करने वाली अंबानी ग्रुप का जियो, पिछले एक साल से पूरे क्षेत्र के मोबाइल उपभोक्ता इन दोनों कम्पनी के नेटवर्क की समस्या से त्रस्त है और शिकायत सुनने वाला भी कोई नहीं है। ऐसे में उपभोक्ता मजबूरी रिचार्ज करायेंगे या फिर मजबूरी में अपना नंबर दूसरी कम्पनियों में पोर्ट करा रहें हैं। इस संबंध में उपभोक्ता सर्वेज अख्तर, रामप्रवेश मौर्य, विनोद विश्वकर्मा, दिनेश वर्मा, गुड्डू पासवान, पप्पू भठ्ठ, आर्यन सिंह, आनंद कुमार, भीभ मौर्य, चन्दन मद्धेशिया, सविता सिंह, संदीप प्रताप सिंह, पूनम सिंह, सोनी सिंह आदि ने बताया कि बीएसएनल कम्पनी का सीम रखना और नहीं रखना दोनों बराबर है। कब नेटवर्क उड़ जाएगा कोई भरोसा नहीं। इससे सभी लोग काफी आहत है और मजबूरी में दूसरी कम्पनी का सहारा लेना पड़ रहा है।