प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर 132 केवी उपकेंद्र अंधऊ के संगठन कार्यालय पर विद्युत मजदूर पंचायत के पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में आगामी 1 सितंबर से होने वाले शाम 4 से 5 बजे तक के विरोध सभा को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई। इस मौके पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के जिला संयोजक निर्भय नारायण सिंह ने कहा कि 1 सितंबर को पूरे जनपद में उपखंडवार सभी अभियंता जूनियर इंजीनियर और कर्मचारी मिलकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले विरोध सभा करेंगे। संगठन के जिला मंत्री अरविंद कुशवाहा ने बताया कि पूर्व में जिस प्रकार से 9 जगहों पर विरोध सभा आयोजित किया गया था, ठीक उसी प्रकार सभी कर्मचारी 1 सितंबर से उन्हीं स्थानों पर पहुंचकर कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए निजीकरण के खिलाफ 1 घंटे का प्रतिदिन विरोध सभा का करेंगे। 2 सितंबर को विरोध सभा नहीं होगी और पुन: 3 सितंबर से अनवरत चलता रहेगा। अन्य वक्ताओं ने कहा कि निजीकरण बिजली कर्मियों के साथ-साथ जनता के साथ भी बहुत बड़ा धोखा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार को जनता इसलिए चुनकर लाई थी कि सरकार रोजगार के अवसर पैदा करेगी और सरकारी संस्थानों को सुदृढ़ अवस्था में पहुंचाएगी, लेकिन यह सरकार इसके विपरीत सभी विभागों को पूंजीपतियों के हाथों में बेचना चाहती है। चेताया कि निजीकरण किसी भी कीमत पर हम लोग स्वीकार नहीं करेंगे, चाहे क्यों ना हम लोगों को जेल भरो आंदोलन के साथ-साथ हड़ताल भी करना पड़े, लेकिन अपने जीते-जी निजीकरण को स्वीकार नहीं कर सकते। निजीकरण रूपी राक्षस को बिजली कर्मियों के लाश से होकर गुजरना होगा।
बैठक में जिला संरक्षक शिवदर्शन सिंह, विजयशंकर राय, अनिल गुप्ता, सुरेंद्र राजभर, सुरेश सिंह, अनुराग सिंह, सुरेश सिंह, वीरेंद्र पासवान, संदीप कुमार, गुप्तेश्वर राम, रामप्रवेश, संजय यादव, प्रवीण सिंह, कपिल गुप्ता, अजय विश्वकर्मा, अश्वनी सिंह आदि उपस्थित थे।